Hijab Protest in Iran: पिछले कई दिनों से ईरान में हिजाब पहनने के विरोध में प्रदर्शन जारी है। इस विरोध-प्रदर्शन में ईरान की लाखों महिलाएं शामिल हैं। इनके साथ वहां के पुरुष भी विरोध कर रहे हैं। वहीं, अब इस प्रदर्शन को लेकर ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने अमेरिका को दोषी ठहराया है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पर देश में ‘आतंक और अराजकता’ फैलाने का आरोप लगाया है।
Hijab Protest in Iran: जो बाइडन पर ईरानी राष्ट्रपति ने साधा निशाना
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने देश में हिजाब के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को निशाने पर लिया है। उन्होंने ईरान में हिजाब को लेकर जो कुछ भी हो रहा है, उसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति को दोषी बताया है। राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने रविवार को कहा “अमेरिकी राष्ट्रपति दूसरे देश में अराजकता, आतंक और विनाश को उकसाने के लिए टिप्पणी कर रहे हैं। “
क्या कहा था जो बाइडन ने?
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन में ईरान में हिजाब को लेकर जारी विरोध का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि वे ईरान में विरोध में सड़कों पर उतर रहे लोगों के साहस से हैरान हैं। उन्होंने यह भी कहा “ईरान को अपने मौलिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए अपने ही नागरिकों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करना होगा।”
क्या है हिजाब विरोध का पूरा मामला?
दरअसल, ईरान में हिजाब के खिलाफ विरोध और प्रदर्शन महसा अमीनी की मौत के बाद शुरू हुए हैं। बता दें कि 22 वर्षीय अमीनी को गत 13 सितंबर को ईरान की मोरेलिटी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अमीनी पर हिजाब नियमों के उल्लंघन का आरोप था। ईरान के कानून के अनुसार, महिलाओं के लिए घर से बाहर निकलते समय सिर को हिजाब या स्कार्फ से ढकना जरूरी होता है। इसके लिए कड़े नियम भी हैं। ऐसी रिपोर्ट सामने आई थी कि पुलिस अधिकारियों ने अमीनी को गिरफ्तार करने के बाद उनके सिर पर डंडे से हमला किया था, जिसके बाद अमीनी की मौत हो गई थी।
वहीं, मामले में ईरान के अधिकारियों ने बताया था कि अमीनी की मौत हार्ट अटैक से हुई। पुलिस हिरासत में महसा अमीनी की मौत के बाद हिजाब के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। ईरान की महिलाओं ने अपने सिर के बालों को काटकर और हिजाब को जलाकर प्रदर्शन शुरू किया था।
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