अमेरिका में Google के सीईओ सुंदर पिचाई से निजता के मुकदमे के तहत पूछताछ की जा सकती है। कैलिफोर्निया की संघीय कोर्ट में एक वादी के द्वारा दायर किए गए मुकदमे पर सुनवाई करते हुए जज ने यह फैसला सुनाया है।
वादी का आरोप है कि इंटरनेट के इस्तेमाल को Google की पैरेंटल कंपनी अल्फाबेटअवैध रूप से ट्रैक करती है। जानकारी के मुताबिक इस आरोप के मद्देनजर जज गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई से पूछताछ की।
दस्तावेजों के मुताबिक Google के सीईओ सुंदर पिचाई ने कुछ जानकारी साझा की
सोमवार को कैलीफोर्नियां के सैन जोस में जज सुसान वैन केयूलेन ने अपने आदेश में कहा कि वादी द्वारा दाखिल कुछ दस्तावेजों से पता चलता है कि विशिष्ट जानकारी गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की ओर से साझा की गई।

इसलिए वादी के वकीलों की ओर से सुंदर पिचाई से पूछताछ के लिए अनुरोध किया गया था, जिसके बाद उनसे पूछताछ की गई। वहीं इस मामले में गूगल की तरफ से पहले यह कहते हुए स्पष्ट किया गया है कि गुप्त केवल डेटा को इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले के डिवाइस में सेव करने से रोकता है।
Google पर इंटरनेट के इस्तेमाल को ट्रैक करने का आरोप है
मालूम हो कि जून 2020 में दायर मुकदमे में उपयोगकर्ताओं ने गूगल पर इंटरनेट के इस्तेमाल को ट्रैक करके उनकी गोपनीयता पर अवैध रूप से आक्रमण करने का आरोप लगाया, जबकि गूगल क्रोम ब्राउजर निजी मोड में सेट किए गए थे। वादी तर्क दे रहे हैं कि सुंदर पिचाई को क्रोमा ब्राउजर और प्राइवेसी से संबंधित चीजों का काफी ज्ञान है।
गूगल के प्रवक्ता जोस कास्टानेडा ने समाचार एजेंसी रॉयटर से कहा, वादी के आरोप अनुचित थे, हम इस मामले में उनके दावों का जोरदार विरोध करते हैं, हमने उनके कई अनुरोधों के लिए सहयोग किया है, हम अपने पक्ष का सख्ती से बचाव करेंगे। 2019 में पिचाई को चेतावनी दी गई थी कि कंपनी के गुप्त ब्राउजिंग मोड को निजी रूप में वर्णित करना समस्याग्रस्त था।
इसे भी पढ़ें: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा-13 सीनियर अफसरों समेत 48 कर्मियों को निकाला