दुबई कोर्ट ने गोवा के रहने वाले दो भारतीयों को 500 साल की सजा सुनाई है। यह सजा एक्जिंशियल स्कैम केस में सिडनी लीमोस और उसके सीनियर अकाउंट्स स्पेशलिस्ट रयान डिसूजा को दी गई है। 37 वर्षीय लीमोस और रयान डीसूजा (25) ने पोंजी स्कीम के तहत हजारों निवेशकों से वादा किया था, कि महज सिर्फ 25 हजार डॉलर के निवेश पर उन्हें 120 प्रतिशत का रिटर्न दिया जाएगा। कंपनी ने शुरू में निवेशकों को प्रॉफिट का भुगतान भी किया, लेकिन मार्च 2016 में स्कीम में घाटा झेलने के बाद उन्होंने भुगतान करना बंद कर दिया। जिसके बाद दुबई इकोनॉमिक डिपार्टमेंट ने जुलाई 2016 में कंपनी के ऑफिस को बंद कर दिया था। बता दे, दोनों ने मिलकर 200 मिलियन डॉलर (तकरीबन 130 करोड़ रुपए) के घोटाले को अंजाम दिया है।
515 मामलों में 517 साल की सजा
इस केस में सबसे खास बात ये है कि इस मामले की सुनवाई के दौरान जज को कोर्टरूम में फैसला सुनाने में महज 10 मिनट ही लगे। स्पेशल बेंच के प्रिसाइडिंग जज डॉक्टर मोहम्मद हनाफी ने दोनों आरोपियों में से एक की पत्नी को भी 517 साल की जेल की सजा सुनाई। कंपनी के मालिक आरोपी सिडनी लेमोंस और उसकी पत्नी वलाने और र्यान डिसूजा के खिलाफ ऐसे ही धोखाधड़ी के 515 मामले दर्ज थे। कोर्ट के अनुसार उन्हें हर एक मामले के लिए एक-एक साल की सजा सुनायी गयी और दो अन्य मामलों में 2-2 साल की सजा सुनाई गई। इस प्रकार कुल 515 मामलों में 517 साल की जेल की सजा सुनाई गई है।
सचिन से अमिताभ तक जान-पहचान
सिडनी लिमोस 2015 में उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब वह सुपर लीग की फ्रेंचाइजी लेकर एफसी गोवा का मुख्य स्पॉन्सर बन गया था। उस समय लिमोस की तस्वीर कई बड़ी हस्तियों के साथ सामने आई थी, जिसमें अमिताभ बच्चन से लेकर सचिन तेंदुलकर तक शामिल थे। बताया जा रहा है कि इस मामले में लिमोस की पत्नी के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। लिमोस की पत्नी पर सील ऑफिस में गैरकानूनी तरीके से घुसकर डॉक्यूमेंट ले जाने का आरोप है।
2017 से जेल में था लिमोस
गोवा के मपूसा के रहने वाले सिडनी लिमोस को दिसंबर 2016 में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन तब उसे जमानत पर रिहा करना पड़ा था। उसके बाद पिछले साल जनवरी में उसे फिर से गिरफ्तार किया गया था। लिमोस के सीनियर अकाउंट मैनेजर रियान डिसूजा को पिछले साल फरवरी में दुबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया, जब वह भारत आ रहा था। वहीं लिमोस की पत्नी बच निकलने में कामयाब रही।