Bangladesh: बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने एक बार फिर इस्कॉन को निशाना बनाया है। गुरुवार शाम ढाका के इस्कॉन राधाकांत मंदिर पर 200 लोगों की भीड़ ने हमला बोल दिया और तोड़फोड़ -लूटपाट की। इस हमले में तीन लोगों के घायल होने की खबर है। बताया जा रहा है कि हमलावरों की भीड़ की अगुआई हाजी शफीउल्लाह कर रहा था।
Bangladesh: मामले में चश्मदीदों का क्या कहना है?
Bangladesh की राजधानी ढाका में इस्कॉन राधाकांत मंदिर पर हमले के चश्मदीद गवाह ने बताया कि हाजी शफीउल्लाह नाम का एक आदमी सालों से मंदिर के पुजारियों को मंदिर छोड़ने की धमकी दे रहा था। उसने पुजारियों को पैसे भी ऑफर किए थे। यहां तक कि इशराफ सूफी ने मंदिर के लोगों को जान से मारने की धमकी दी थी।
चश्मदीद ने कहा कि पुलिस ने हमलावरों का साथ दिया। हमलावर बात नहीं सुनना चाहते थे। उन्होंने पुजारियों को मंदिर छोड़ने के लिए कहा । बता दें कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। मंदिर से जुड़े दो लोग अस्पताल में भर्ती हैं। गुंडे अब भी धमकी दे रहे हैं।
गवाह ने बताया कि पुलिस में शिकायत करने के बाद थोड़ी सुरक्षा दी गई। अभी 10 पुलिस कर्मी तैनात हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि हम अभी भी डरे हुए हैं। आपके माध्यम से, हम आपकी सरकार से हमारी मदद करने का अनुरोध करते हैं। हम दोनों प्रधानमंत्रियों से हमारी मदद करने का अनुरोध करते हैं।
उन्होंने बताया कि बांग्लादेश सरकार ने मंदिर के सामने 12 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है… भारत सरकार ने पहले ही भारतीय दूतावास को बांग्लादेश सरकार के साथ इस मामले को उठाने का निर्देश दिया है।
बता देें कि पिछले साल भी दुर्गा पूजा के दौरान चांदपुर जिले में भीड़ ने हिंदू मंदिर पर हमला कर दिया था। इस दौरान 3 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
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