बांग्लादेश चुनावी हिंसा में लगभग सात लोग मारे गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सत्यजत कुमार घोष ने कहा कि कुछ समूहों ने मध्य बांग्लादेश के नरसिंगडी जिले के एक गांव में विरोधियों के समर्थकों को मतदान केंद्रों तक पहुंचने से रोकने के लिए बंदूक और भाले का इस्तेमाल किया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि लगभग 7 लोग हिंसा में मारे गए हैं और लगभग 20 लोग घायल हो गए हैं।
हिंसा से वोटिंग प्रभावित
राजनीतिक हिंसा ने बांग्लादेश में पिछले वोटों को भी प्रभावित किया है, खासकर ग्रामीण परिषदों के लिए। यहां सबसे बड़े विपक्षी दल ने कहा कि एक विषम राजनीतिक माहौल निष्पक्ष भागीदारी को रोक रहा है। गुरुवार की देर शाम तक यह स्पष्ट नहीं था कि सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी के कितने सदस्य ग्रामीण परिषदों के प्रमुख के लिए चुने गए थे। बांग्लादेश में ग्राम परिषद के चुनाव हो रहे हैं, लेकिन ऐसी घटनाओं के कारण लोकतंत्र की स्थिति को लेकर चिंता जताई जा रही है।
समाचार पत्र प्रोथोम अलो के मुताबिक दक्षिणी कॉक्स बाजार जिले में प्रतिद्वंद्वी समूहों के संघर्ष में एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए है। डेली स्टार अखबार ने बताया कि पूर्वी जिले कमिला में दो लोगों की मौत हो गई और दक्षिणपूर्वी जिले चट्टोग्राम में एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई।
इस साल चुनावी हिंसा में कुल 85 लोग मारे गए
वहीं इस घटना के बारे में मुख्य चुनाव आयुक्त के.एम. नुरुल हुदा ने कहा, यहां सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं। इस महीने मतदान से पहले अभियान के दौरान हिंसा में कम से कम नौ लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए। ढाका स्थित अधिकार समूह, ऐन-ओ-सलिश केंद्र के अनुसार, जनवरी से अब तक बांग्लादेश में चुनाव संबंधी हिंसा में 85 लोग मारे गए हैं और 6,000 से अधिक घायल हुए हैं।
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