Cyclone Biparjoy: गंभीर चक्रवाती तूफान विपरजाय के गुजरात में 15 जून तक पहुंचने की आशंका है। इसी बीच प्रदेश में विस्तृत निकासी योजना भी बनाई गई है और प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रहा है। अभी से यह चक्रवात गंभीर रूप ले रहा है। मुंबई से लेकर केरल के समुद्र तट पर तूफानी लहरें उठने लगी हैं।

इस तूफान के सबसे ज्यादा असर गुजरात में होने की आशंका जताई जा रही है। यहां मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट भी जारी कर दिया है। जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह बिपरजॉय गुजरात के पोरबंदर तट से करीब 290 किलोमीटर दूर अरब सागर में मौजूद है। आईएमडी ने कच्छ से लेकर मुंबई तक अलर्ट घोषित किया गया है।
Cyclone Biparjoy: अरब सागर में उठा तीसरा गंभीर चक्रवात
बता दें कि बीते 25 सालों में यह पहला मौका है जब जून के महीने में कोई चक्रवात समुद्र तट से टकराएगा। यह पांचवा ऐसा चक्रवात है जो 48 किलोमीटर प्रति घंटे या उससे अधिक की रफ्तार से गुजरात पार करेगा। जानकारी के मुताबिक बीते 58 सालों में अरब सागर में उठा यह तीसरा गंभीर चक्रवात है। अधिकारियों ने बताया कि चक्रवात बिपारजॉय के 16 जून को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में प्रवेश करने की संभावना है। चक्रवात को देखते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे (NWR) ने कुछ ट्रेन सेवाओं को रद्द कर दिया है.

भारत चक्रवात बिपारजॉय के लिए तैयार है, जिसके 15 जून को कच्छ में दस्तक देने की उम्मीद है। 15 और 16 जून को सौराष्ट्र-कच्छ और गुजरात क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मछुआरों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें उन्होंने अधिकारियों को संवेदनशील स्थानों से सुरक्षित क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
गुजरात में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की वजह से द्वारका के गोमती घाट पर हाई टाइड देखा गया। IMD के अनुसार बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान बिपारजॉय 15 जून की शाम तक जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ से टकराएगा। इसके अलावा महाराष्ट्र में मरीन ड्राइव पर भी हाई टाइड देखा गया है।
Cyclone Biparjoy: चक्रवात बिपरजॉय को लेकर केंद्र और राज्य सरकार अलर्ट
गुजरात में राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडेय का कहना है कि चक्रवात बिपारजॉय के मद्देनजर राज्य सरकार, केंद्र सरकार अलर्ट पर है। हमारे पास एनडीआरएफ की 12 टीमें हैं और उन्हें कच्छ, पोरबंदर, जूनागढ़, जामनगर, देवभूमि द्वारका, गिर सोमनाथ, मोरबी और राजकोट जिलों में तैनात किया गया है। केंद्र से 3 टीमें हमारे पास आ चुकी हैं और उन्हें राजकोट, गांधीधाम, कच्छ में रिजर्व में रखा गया है।
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