India-Nepal Deal: भारत के इतिहास में पहली बार नेपाल से सीमेंट (Cement) आया है।पड़ोसी देश नेपाल ने पहली बार भारत को सीमेंट का एक्सपोर्ट शुरू किया है। नेपाल से सीमेंट की पहली खेप यूपी की सीमा से लगे एक चेक पोस्ट के जरिए भारत में आ चुकी है। नेपाल के नवलपरासी जिले में पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज ने पहली बार सुनौली बॉडर से सीमेंट की 3 हजार बोरियों की पहली खेप भारत भेजी है।
बता दें कि सरकार ने अपने वार्षिक बजट में नेपाली कच्चे तेल का इस्तेमाल कर सीमेंट निर्यात करने वाली कंपनियों को आठ फीसदी नकद सब्सिडी देने का ऐलान किया था। जिसे लेकर नेपाल के सीमेंट उद्योग भारत को इस बिल्डिंग मैटेरियल के निर्यात को लेकर उत्सुक थे।

India-Nepal Cement Deal: भारतीय बाजार खुलने से नेपाली कारोबारी उत्साहित
बता दें कि पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज तानसेन के ब्रांड नाम से सीमेंट का उत्पादन करती है। पल्पा ने गुणवत्ता मानकों की जांच सहित सभी सरकारी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद भारत को सीमेंट का निर्यात शुरू किया है। भारत में पहली बार सीमेंट पहुंचने से नेपाल की पांच अन्य सीमेंट कंपनियों को निर्यात करने के लिए प्रेरणा मिली है।

बाजार की कमी के चलते नेपाल की इंडस्ट्री को दिक्कतें
दरअसल, नेपाल सीमेंट प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के अनुसार नेपाल में 15 हजार करोड़ नेपाली रुपया (9424.91 करोड़ रुपये) के सीमेंट निर्यात की क्षमता है। नेपाल के सीमेंट उद्योग को विशाल क्षमता के बावजूद बाजार की कमी के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
पल्पा इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक शेखर अग्रवाल के मुताबिक भारत को निर्यात के बाद नेपाली सीमेंट अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
नवलपरासी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष केशव भंडारी का कहना है कि सरकारी सब्सिडी के साथ भारत को सीमेंट का निर्यात देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद करेगा। जिस पल्पा इंडस्ट्रीज ने पहली बार भारत में सीमेंट भेजा है, उसके पीआर मैनेजर जीवन निरौला के अनुसार नवलपरासी संयंत्र में हर दिन 1800 टन क्लिंकर जबकि 3 हजार टन सीमेंट का उत्पादन करने की क्षमता है।
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