मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के Indore High Court के प्रशासनिक जज सुजय पॉल Sujay Paul ने अपनी सहजता एवं सादगी की जो मिसाल कायम की वो अब इंदौर में जनचर्चा बन चुकी है क्या आम क्या खास इस वाकये को वायरल करने में भागीदारी निभा रहे है।
ये घटना क्रम मंगलवार की सुबह 10 बजे हाईकोर्ट के मेन गेट के सामने का है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) इंदौर प्रवास पर थे मंगलवार को सुबह करीब 10 बजे उनका कारवां हाई हाई कोर्ट तिराहे से गुजरने वाला था। लिहाजा सभी तरफ का ट्रैफिक रोक दिया था।
हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ के प्रशासनिक जज सुजाय पाल एमजी रोड स्थित अपने शासकीय आवास से निकलकर लैंटर्न चौराहा से होते हुए कोर्ट परिसर में जा रहे थे। पुलिस जवानों ने उनकी गाड़ी को सिग्नल पर रोक दिया। एक मिनट तक गाड़ी खड़ी रही। फिर भी ट्रैफिक जवानों ने उनकी कार को जाने नहीं दिया। भागवत के काफिले को गुजरने में वक्त था। तभी जस्टिस पाल सिग्नल पर ही कार से उतर गए। वह पैदल की कोर्ट परिसर पहुंच गए। भागवत का काफिला गुजरने के बाद उनकी खाली कार कोर्ट परिसर पहुंची। गेट नंबर दो से जस्टिस पाल को पैदल आते देख वकील भी दंग रह गए।
अधिवक्ताओं का कहना है कि रोड पूरी तरह खाली था, ऐसे में जस्टिस पाल की गाड़ी को निकलवाने की जिम्मेदारी पुलिसकर्मियों की थी। सिग्नल से गेट नंबर दो की दूरी महज 80 से 100 कदम की है।
यह भी पढ़ें:
पुलिसकर्मियों ने किया दंपति पर अपने बल का प्रयोग, शिवराज ने एसपी-कलेक्टर को हटाया
Fake IAS Indore Case में दो जजों के खिलाफ जांच के आदेश के साथ SIT का गठन
(Reported by: Ghanshyam Patel, Editorial Advisor, APN)