हरियाणा (Haryana) के गुरुग्राम (Gurugram) में एक बार फिर नमाज को लेकर बवाल हुआ है। लोगों ने पुलिस को शिकायत करते हुए कहा है। कि जब हम अपने त्यौहार मनाते हैं। तो हमारे लिए हजारों प्रतिबंध लगाए जाते हैं। लेकिन ये सार्वजनिक संपत्ति पर नमाज (Namaz) की पेशकश करते हैं। और यहां तक कि हमारी बहनों के साथ दुर्व्यवहार भी करते हैं तो क्या यह अपराध नहीं है? इस बात पर गुरुग्राम पुलिस (Gurugram police) ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर ‘नमाज’ के स्थान हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों द्वारा आपसी समझ के बाद तय किए गए हैं और यह जगह उनमें से एक है। सांप्रदायिक सद्भाव और शांति बनाए रखना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है और हम इसे सुनिश्चित करेंगे।
लोगों ने ट्वीट कर कहा कि ये मुस्लिम समुदाय के लोग सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़कर उसी जमीन पर कब्जा कर लेते है। आपको बता दें कि इससे पहले भी बसई में एक खाली प्लॉट में कुछ नमाजी नमाज पढ़ रहे थे। जैसे ही नमाजी नमाज पढ़कर बाहर निकले पुलिस ने बैरिकेड लगाकर कुछ नमाजियों के साथ हाथापाई की। उसके बाद नमाज पढ़ा रहे इमाम के साथ बदसलूकी करते हुए उन्हें वहां से जबरन अपने पीसीआर में बैठाकर थाने ले जाकर उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। पुलिस ने उन्हें एक घंटे थाने में बैठाकर छोड़ दिया।
लोगों ने पुलिस कमिश्नर से जांच की गुहार लगाई है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि हम जिस स्थान पर नमाज पढ़ रहे थे वो एक खाली प्लॉट था। हमने प्लॉट के मालिक से इजाजत ली थी।
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