Raju Pal Murder Case: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि बदमाशों ने उमेश पाल के घर में घुसकर उन्हें गोली मार दी। पाल ने स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। राजू पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ हैं।
गवाह का अपहरण
बता दें कि माफिया से नेता बने अतीक अहमद पर 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह का अपहरण करने का भी आरोप लगा था। अतीक फिलहाल कुछ अन्य मामलों में जेल में बंद है। बता दें कि साल 2017 में, राजू पाल विधायक हत्याकांड के एक गवाह उमेश पाल ने एक शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसका अपहरण कर लिया गया था और मामले में अपना बयान वापस लेने के लिए दबाव डाला गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि अपहरण के बाद उन्हें कागज का एक टुकड़ा दिया गया और कहा गया कि इसे पढ़ो और उसके अनुसार अदालत में बयान दो। कथित तौर पर उसे धमकी भी दी गई कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाएंगे।
25 जनवरी 2005 को हुई थी विधायक राजू पाल की हत्या
गौरतलब है कि बसपा विधायक राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को प्रयागराज में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अतीक हत्याकांड के आरोपियों में से एक था। सुप्रीम कोर्ट ने 2016 में मामले की सीबीआई जांच का आदेश दिया था। अहमद के छोटे भाई अशरफ को हराकर अपने चुनावी डेब्यू में इलाहाबाद विधानसभा सीट जीतने के तीन महीने बाद पाल की हत्या कर दी गई थी।
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