सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर का कहना है कि अगर मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली जिन्ना को देश का पहला प्रधानमंत्री बना दिया गया होता तो देश का बंटवारा नहीं होता। इससे पहले समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की सराहना की थी।
अखिलेश यादव ने भी की थी जिन्ना की तारीफ
यूपी के हरदोई में 31 अक्टूबर को एक चुनाव प्रचार के दौरान यादव ने देश के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार पटेल की 146वीं जयंती पर उनकी तारीफ की थी। फिर उन्होंने आगे कहा, “सरदार पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्थान में पढ़े और बैरिस्टर बने। वे बैरिस्टर बने और उन्होंने भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। वे कभी किसी संघर्ष से पीछे नहीं हटे।”
ओवैसी ने अखिलेश यादव पर बोला था हमला
जिसके बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि भारतीय मुसलमानों का मुहम्मद अली जिन्ना से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को ये लगता है कि वे जिन्ना की तारीफ कर यूपी के मुसलमानों को खुश कर सकते हैं तो यह सपा अध्यक्ष की गलतफहमी है।
ओवैसी ने कहा, ‘अखिलेश यादव को समझना चाहिए कि भारतीय मुसलमानों का मुहम्मद अली जिन्ना से कोई लेना-देना नहीं है। हमारे बुजुर्गों ने टू नेशन थ्योरी को खारिज कर दिया और भारत को अपना देश चुना।’ AIMIM प्रमुख ने कहा कि अगर अखिलेश यादव सोचते हैं कि इस तरह के बयान देकर वह लोगों के एक वर्ग को खुश कर सकते हैं, तो मुझे लगता है कि वह गलत हैं और उन्हें अपने सलाहकारों को बदलना चाहिए। उन्हें भी खुद को शिक्षित करना चाहिए और कुछ इतिहास पढ़ना चाहिए।’
सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा था
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने जिन्ना की तुलना सरदार वल्लभभाई पटेल से की। यह शर्मनाक है। यह तालिबानी मानसिकता है जो बांटने में विश्वास रखती है। सरदार पटेल ने देश को एक सूत्र में पिरोया। वर्तमान में, पीएम के नेतृत्व में, ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ को प्राप्त करने के लिए काम चल रहा है।’
यह भी पढ़ें: Asaduddin Owaisi ने Akhilesh Yadav को दी इतिहास पढ़ने की सलाह, कहा- भारतीय मुसलमानों का जिन्ना से कोई लेना देना नहीं