Nitish Kumar: बिहार विधानसभा में गुरूवार (09 नवंबर) को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्गों के लिए आरक्षण की सीमा बढ़ाए जाने से जुड़े बिल को मंजूरी मिल गई। इस बीच विधानसभा में जमकर हंगामा भी हुआ। सीएम नीतीश कुमार पूर्व सीएम जीतन राम मांझी पर आगबबूला हो गए और उन्हें खूब खरी-खोटी सुना डाली।
आरक्षण को लेकर पास हुए बिल में इसे 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 65 फीसदी करने का प्रस्ताव किया गया है। EWS आरक्षण को मिलाकर यह 75 फीसदी हो जाएगा। इस बिल का बीजेपी ने भी समर्थन किया है। आरक्षण संशोधन विधायक पर चर्चा के दौरान बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी अपना संबोधन दे रहे थे। उन्होंने कहा, “बिहार में जो जातीय गणना हुई है, मुझे उस पर भरोसा नहीं है। मांझी ने कहा कि आरक्षण पर हर 10 साल में समीक्षा की बात कही गई है, लेकिन क्या बिहार सरकार ने आरक्षण की समीक्षा की? आरक्षण का धरातल पर क्या हाल सरकार को उसे देखना चाहिए।” इसी पर नीतीश कुमार भड़क गए।
Nitish Kumar: “बीजेपी के लोग इसको गर्वनर बना दीजिए…”
जीतन राम मांझी पर आगबबूला हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी के लोग इसको गर्वनर बना दीजिए। उन्होंने कहा कि मेरी मूर्खता से जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री बने। इनको सीएम कौन बनाया। इस बीच विजय चौधरी ने सीएम को बैठाने का बार-बार प्रयास किया लेकिन नीतीश कुमार ने कहा कि इस आदमी को कोई आइडिया है क्या, इसको हम मुख्यमंत्री बना दिये थे। कहता रहता है, ये मुख्यमंत्री था, ये क्या मुख्यमंत्री था? नीतीश कुमार द्वारा प्रयोग में लाई गई इस भाषा को सुनकर सदन के सदस्य भी देखते रह गए।
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