कहते हैं न अगर आपने सपने देखे हैं और आपके अंदर जज्बा है तो जिंदगी में कुछ भी हासिल करना मुश्किल नहीं है और ऐसा ही कुछ कर दिखाया है जमुई बिहार के सत्यम त्रिवेदी और रिशु राज ने। शिमोगा, कर्नाटक के नेहरू इंडोर स्टेडियम में आयोजित 18वें नेशनल ओपन कराटे चैंपियनशिप 2023 का शानदार आयोजन किया गया। इस चैंपियनशिप में देशभर से खिलाड़ियों ने शिरकत की।
बिहार से भी 14 खिलाड़ियों ने अपने दाव आजमाए। जमुई से सत्यम त्रिवेदी और रिशु राज ने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। सत्यम त्रिवेदी ने दो गोल्ड मेडल अपने नाम किए। 84 किलोग्राम से ज्यादा वजन वर्ग में कराटे के कुमिते (kumite) फाइट में गोल्ड मेडल अपने नाम किया तो दूसरी तरफ 17-18 आयु वर्ग में भी सत्यम त्रिवेदी ने काटा (Kata) फाइट में गोल्ड पर कब्जा जमाया। वहीं रिशु राज ने 68 किलोग्राम से कम वजन वर्ग में कराटे के कुमिते (kumite) फाइट में गोल्ड जीता तो दूसरी तरफ 16-17 आयु वर्ग में भी रिशु राज ने काटा (Kata) फाइट में गोल्ड पर कब्जा जमाया।
इन दोनों की इस शानदार उपलब्धि के पीछे कोच सैयद तल्हा अहमद (राइट सर) की कड़ी मेहनत थी। जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से इन खिलाड़ियों को तैयार किया और भारत के पटल पर जमुई जैसे छोटे शहर का नाम भारत के मानचित्र पर गर्व से दर्ज कराया। इन खिलाड़ियों ने जो कारनामा कर दिखाया है उससे जमुई में खुशी की लहर है।
इस ओपन चैंपियनशिप में चीफ गेस्ट कर्नाटक के प्राइमरी और सेकेंडरी एजुकेशन मिनिस्टर मधु बांगरप्पा थे। जिन्होंने देशभर से आए खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की। अब जरूरत है कि बिहार और केंद्र सरकार छोटे शहरों के इन खिलाड़ियों का प्रोत्साहन बढ़ाए ताकि जमुई भारत के मानचित्र पर अपना दबदबा बना सके।