उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के दुल्हेपुर गांव में 26 लोगों के खिलाफ एक घर में “बिना पूर्व अनुमति के नमाज अदा करने” के लिए पुलिस केस दर्ज किया गया है। गांव में मस्जिद नहीं है, और गांव के कुछ लोगों ने नमाज के लिए सभाओं पर आपत्ति जताई है। पुलिस ने “पड़ोसियों की आपत्तियों” का हवाला दिया और भारतीय दंड संहिता की धारा 505-2 के तहत नमाजियों पर मामला दर्ज किया।
24 अगस्त को स्थानीय निवासी चंद्र पाल सिंह की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है, ”सभा में नमाज पढ़कर ये लोग लोगों में नफरत और दुश्मनी फैला रहे हैं।” बता दें कि सभी स्थानीय बताए जा रहे हैं। घर के परिसर में “बड़ी संख्या में” नमाज पढ़ने वाले लोगों की तस्वीरें अब वायरल हो रही हैं।
मामले में पुलिस अब आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है। जिला पुलिस प्रभारी संदीप कुमार मीणा ने कहा, “सभा में शामिल होने वालों की तलाश की जा रही है।” मालूम हो कि नमाज पर आपत्ति को लेकर हाल ही में कई घटनाएं पेश आई हैं। कुछ महीने पहले गुरुग्राम में स्थानीय लोगों द्वारा नमाज पढ़ने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था। बाद में यातायात अवरोधों और कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए इसे रोक दिया गया था। बाद में कुछ स्थलों पर पूजा-पाठ आयोजित किया गया था।
हाल ही में, भोपाल के एक मॉल में कर्मचारियों द्वारा नमाज़ पढ़ने पर कुछ लोगों ने हनुमान चालीसा पढ़कर विरोध किया। कुछ हफ्ते पहले लखनऊ के एक मॉल में भी ऐसी ही घटना हुई थी। बाद में दोनों मॉल ने सभी धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगा दी थी।
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