LIC IPO: सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय जीवन बीमा कंपनी का आईपीओ (IPO) लाने की तैयारी में जुटी है। इसी क्रम में सरकार ने रविवार को एलआईसी आईपीओ के लिए बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास मसौदा दस्तावेज जमा किया।
वहीं दूसरी तरफ ऑल इंडिया इंश्योरेंस एम्प्लॉइज एसोसिएशन (AIIEA) ने देशभर में एलआईसी मुख्यालय पर सरकार आईपीओ लाने के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया। आईपीओ लाने के सरकार के फैसले के खिलाफ एलआईसी कर्मचारी एम्पलाई यूनियन की तरफ से रायपुर में भी विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा। सोमवार को ऑल इंडिया इंश्योरेंस एम्प्लॉइज एसोसिएशन (AIIEA) ने देशभर में एलआईसी मुख्यालय पर प्रदर्शन किया।
LIC IPO: छत्तीसगढ़ में भी होगा विरोध
एलआईसी आईपीओ के मार्केट में लाने में खिलाफ पूरे छत्तीसगढ़ (Chattisgarh) सहित रायपुर में भी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ एलआईसी कर्मचारी यूनियन ने तय कार्यक्रम के अनुसार 28 और 29 मार्च को ट्रेड यूनियन की ओर से बुलाई गई हड़ताल का समर्थन छत्तीसगढ़ में भी किया जाएगा। एआईआईआईईए,रायपुर के महासचिव श्रीकान्त मिश्रा ने बताया कि 2 दिनों में करीब सवा लाख इंश्योरेंस सेक्टर के कर्मचारी हड़ताल पर उतरेंगे।
यह भी तय किया गया है, कि जिस दिन आईपीओ जारी होगा उस दिन पूरे देश में एलआईसी के कर्मचारी विरोध प्रदर्शन करेंगे।एलआईसी र्कर्मचारी यूनियन का आरोप है कि सरकार आईपीओ के जरिए एलआईसी का निजीकरण बड़े स्तर पर करने की कवायद में जुटी है।
आईपीओ के जरिए सरकार एलआईसी की पांच प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश कर रही है। मसौदा रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय फर्म (International Firm) मिलिमन एडवाइजर्स ने 30 सितंबर 2021 तक एलआईसी का एम्बेडेड मूल्य लगभग 5.4 लाख करोड़ रुपये आंका है। क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक एलआईसी जीवन बीमा प्रीमियम के मामले में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है।
गौरतलब है कि एलआईसी के आईपीओ में 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी है। इसमें जीवन बीमा निगम के पॉलिसी धारिकों को भी हिस्सा लेने का मौका दिया जाएगा, उनके लिए 10 फीसदी हिस्सा आरक्षित होगा। इसके साथ ही उन्हें आईपीओ निर्गम मूल्य में छूट भी दी जाएगी।
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