Holi: श्याम प्रेमियों के प्रिय और उनकी एक झलक का दीदार करने के लिए भक्तों की भीड़ राजस्थान के सीकर स्थित श्री खाटू श्याम जी के मंदिर पहुंचने लगी है। यहां हर वर्ष लगने वाले ग्यारस के मेले यानी फागुन मेले का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है। पिछले 2 वर्षों से कोरोना के प्रकोप के चलते यहां कई पाबंदियां प्रशासन ने लगाई हुई थीं। जो अब हटने लगीं हैं। लिहाजा प्रशासन ने भी अपनी पुरजोर तैयारियां शुरू कर दीं हैं। अभी से यहां की गलियां और सड़कें भगवान श्री खाटू श्याम जी संकीर्तन और जयकारों से गूंजने लगीं हैं। वहीं फागुन मेले के दिन पूरा सीकर जिला भगवा निशान के झंडों से सराबोर दिखेगा। जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 में यहां करीब 8 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने श्री श्याम के दर्शन कर आशीर्वाद मांगा था।
Holi: बाबा श्याम ने अपना शीश धर्म के लिए भगवान कृष्ण को दिया था दान
हर साल खाटू श्यामजी में फाल्गुन मेला बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है, कि इसी दिन बाबा श्याम ने अपना शीश धर्म के लिए भगवान कृष्ण को दान दिया दिया था। भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें शीश के दानी, हारे का सहारा और कलयुग में अपने नाम श्याम के नाम से जाने का वरदान भी उन्हें दिया था।
आज जो भी निशान श्याम बाबा को चढ़ाते हैं वो उनके बलिदान के लिए हैं। निशान श्याम बाबा की जीत का है, उन्होंने शीश का दान दे कर भी सबका दिल जीत लिया। क्योंकि अगर वे बलिदान नहीं करते, तो कौरव पक्ष का साथ देते, तब जीत कौरवों की ही होती।फाल्गुन मेला अष्टमी से बारस तक यानी 5 दिन के लिए लगता है, जोकि होली के पांच दिन पहले आता है। पुलिस प्रशासन और खाटू श्याम जी मंदिर कमिटी इस पूरे मेले का ध्यान रखती है। मुख्य मेला 5 दिन का होता है, लेकिन भक्तों की भीड़ देखते हुए अब इसे 10 दिनों का कर दिया गया है। भक्त यहां रिंग्स नामक स्थान से लेकर खाटू तक पैदल यात्रा करते हैं और निशान हाथों में लेकर बाबा के जयकारों के साथ 19 किलोमीटर की यात्रा करते हैं।
मेले में सुरक्षा के साथ कोविड प्रोटोकोल पर रहेगा ध्यान
मेले में लोगों की सुरक्षा को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इसके साथ ही पार्किंग स्थल, पेयजल, भोजन के अलावा डॉक्टर्स की टीम लोगों की स्वास्थ्य जांच के लिए तत्पर रहेगी। मेला स्थल पर उन्हीं लोगों को प्रवेश मिलेगा। जिन्होंने दोनों वैक्सीन की डोज लगवाई हों। बुखार न हो। कोविड जांच की व्यवस्था भी की गई है। इसके साथ ही डीजे पर बैन रहेगा। मंदिर में किसी भी तरह का बेग और सामान ले जाना वर्जित रहेगा। राज्य के विभिन्न जिलों से रोडवेज बस संचालित की जाएंगीं। शराब पूरी तरह से निषेध रहेगी। रिंग्स से खाटू मार्ग पर बस और ट्रक आदि भारी वाहनों का आवागमन बंद रहेगा। सभी भक्तों को कोविड नियम एवं मंदिर प्रशासन का सहयोग करना होगा।
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