Ghazipur Landfill Fire: देश की राजधानी दिल्ली के पास स्थित भारत का दूसरा सबसे बड़ा कचरे के डंपिंग ग्राउंड में आग लगई है। आग इतनी भयानक है कि चारों तरफ धुआं ही धुआं दिख रहा है। आस-पास के लोगों के लिए सांस लेना दुश्वार हो गया है। गाजीपुर के पास रहने वाले लोगों के सामने दिन में अंधेरा छा गया है। आग लगने की जानकारी फायर ब्रिगेड की टीम को दे गई है। टीम आग को बुझाने की कोशिश कर रही है। पर पॉलिथीन होने के कारण आग तेजी से फैल रही है और धुआं बढ़ते जा रहा है।
Ghazipur Landfill Fire: दोपहर 2 बजे लगी आग
आग दोपहर 2 बजे के आस-पास लगी है। तभी से इलाके में रहने वाले लोग सांस लेने में दिक्कत की शिकायत कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कचरे के ढेर में से हमेशा धुआं निकलते ही रहता है। पर आज आग तेजी से लग गई और फैलने लगी। आग को फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां बुझाने का काम कर रही हैं।
जाहिर है करीब 20 साल के अंदर ही यह 65 मीटर की ऊंचाई पार कर गया था। आशंका थी कि यह कुछ सालों में कुतुबमीनार और ताजमहल की हाइट से भी बड़ा हो जाएगा। गाजीपुर डंपिंग ग्राउंड की ऊंचाई तेजी से बढ़ रही है।
Ghazipur Landfill Fire: मामले पर राजनीति शुरू
इस मामले पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। आम आदमी पार्टी के एमएलए कुलदीप कुमार ने इस पर बीजेपी सांसद गौतम गंभीर पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा, आखिर कब तक सांसद @GautamGambhir जी जनता को मौत के मुंह में धकेलते रहोगो। कितनी बार आग लगा कर गाजीपुर लेंडफिल साइड को कम करोगें। क्या इस जहरीले धुएं से कोंडली विधानसभा की जनता को मारना चाहते हो। कहाँ गया वो वायदा आखिर कब गंभीर होंगे।
इससे पहले 25 नवंबर 2020 को भयंकर आग लगी थी। आग इतनी भयंकर थी कि 2 दिन तक कचरे के पहाड़ पर आग धधक रही थी। वहीं 2017 में कचरे के ढेर में बलास्ट हो गया था, जिससे 2 मजदूरों की मौत हो गई थी। कूड़े के ढेर का एक हिस्सा ढहने से ऊपर कचरे को Recycle में लगे मजदूर नाले में गिर गए थे। हादसा Methane Gas अधिक होने के कारण हुआ था।
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