Madhya Pradesh में सर्दी का सितम जारी है। जैसे-जैसे ठंड के तेवर बढ़ रहे हैं, पारा लगातार गिरता जा रहा है। भीषण ठंड ने 94 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कल रात पचमढ़ी में पारा 0 डिग्री रहा। भोपाल सहित प्रदेश के लगभग सभी शहरों में पारे के गिरावट की सूचना मिल रही है।
मौसम विभाग ने Madhya Pradesh के कई जिलों में खतरनाक ठंड की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर, ग्वालियर और चंबल में हाड़ कंपा देने ठंड पड़ने का अनुमान है।
Madhya Pradesh के लगभग सभी जिले ठंड की चपेट में हैं
वहीं रीवा संभाग के सभी जिले जिनमें बालाघाट, सिवनी, नरसिंहपुर, मंडला, बेतूल, रायसेन, सीहोर, धार , शाजापुर और दतिया में भी कड़ाके की ठंड पड़ने का आसार है। सर्द हवाओं ने भोपाल सहित Madhya Pradesh के अधिकतर जिलों में ठिठुरन और गलन बढ़ा दी है।
Madhya Pradesh का उमरिया और नौगांव सबसे ठंडे जगह के तौर पर दर्ज किये गये, जहां न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। कृषि विभाग के अनुसार 5 डिग्री से कम वाले स्थानों पर पाले का भी प्रकोप हो सकता है। कृषि विभाग के मुताबिक दलहनी फसलों और सब्जियों में पाला लगने की गंभीर आशंका है। सर्द हवाओं के कारण दलहन के अलावा टमाटर मिर्च आलू और बैगन की फसलों को भी नुकसान पहुंचने का अंदेशा है।

विभाग की ओर से बताया गया है कि अगर तापमान 5 डिग्री से कम हुआ तो नुकसान और ज्यादा होगा। इससे बचाव के लिए किसानों को खेतों में सिंचाई की सलाह दी गई है साथ ही सल्फर वाले फर्टिलाइजर के छिड़काव और धुआं करने की सलाह भी दी गई है।
मौसम विभाग ने Madhya Pradesh में भीषण शीत लहर की चेतावनी जारी की है
इस मामले में भारत मौसम विभाग के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि प्रदेश के भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में अगले दो दिन कहीं-कहीं पर भीषण शीतल लहर के साथ-साथ अनेक स्थानों पर शीतलहर का अनुमान है।
जानकारी के मुताबिक उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण रविवार को इंदौर में इस सीजन का पहला तीव्र ठंडा (सीवियर कोल्ड डे) दिन दर्ज किया गया। इंदौर में शनिवार से तापमान में गिरावट और ठिठुरन रविवार को भी जारी रही। रविवार को शहर में अधिकतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री कम 20.4 डिग्री दर्ज किया गया। वही न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री कम 9 डिग्री दर्ज किया गया। दिन में बादल न होने के कारण धूप भी निकली लेकिन उसके बावजूद ठंड का तीव्र जारी रही।

इंदौर के साथ रीवा संभाग ठंड से ज्यादा प्रभावित रहेगा
मौसम विज्ञानी पीके साहा ने कहा कि इंदौर के अलावा रीवा संभाग के जिलों और जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, नरसिंहपुर, मंडला, बैतूल, रायसेन, सीहोर, इंदौर, धार, उज्जैन, शाजापुर और दतिया जिलों में अगले दो दिन कहीं-कहीं पर भयंकर सर्दी के साथ-साथ अनेक स्थानों पर कड़ाके की ठंड़ पड़ने का अनुमान है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार देश के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश में खासा देखने को मिल रहा है। ठंडी हवाओं के चलते लगभग पूरे प्रदेश में कोल्ड डे के हालात बने रहे। देश के सबसे ठंडे 30 शहरों में मध्यप्रदेश के 5 शहर शामिल हैं। घने कोहरे के बीच सर्द हवाओं ने मध्य प्रदेश के आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है।

कड़ाके की ठंड की वजह से सुबह के वक्त अधिकांश लोग घरों में ही दुबके पड़े हैं, वहीं जो लोग निकल भी रहे हैं जगह-जगह अलाव जलाकर ठंड से बचाव का उपाय कर रहे हैं। मौसम विभाग का मानना है कि पूरे प्रदेश में ठंड के हालात ऐसे ही बने रहेंगे। ऐसे में सूबे में अभी और ठंड बढ़ने के आसार हैं। ठंड और शीतलहर के भीषण प्रभाव को देखते हुए लोगों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।
इसे भी पढ़ें: जानलेवा ठंड के बीच Delhi के Air Pollution में कोई सुधार नहीं, AQI- 316