देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) एशिया के सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर (International Airport Jewar) का शिलान्यास कर रहे हैं। यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। उम्मीद है कि साल 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इससे बनने में 20 साल से अधिक का वक्त लग रहा है। पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) भी जेवर में मौजूद हैं। सीएम योगी को लेकर सोशल मीडिया पर वापस जाओ का ट्रेंड चलाया जा रहा है और मांग की जा रही हैं कि जेवर एयरपोर्ट का नाम गुर्जर सम्राट महाराजा मिहिर भोज किया जाए।
यह है मामला
सोशल मीडिया पर मांग की जा रही है कि सीएम योगी को गुर्जर समाज से माफी मांगनी चाहिए। गुर्जरों के सम्मान में एयरपोर्ट का नाम गुर्जर सम्राट महाराजा मिहिर भोज करना चाहिए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से 22 सितंबर को दादरी के मिहिर भोज पीजी कॉलेज में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण के दौरान शिलापट्ट से गुर्जर शब्द हटा दिया गया था जिसे लेकर अभी तक गुर्जर शब्द पर बवाल हो रहा है। योगी के आदेश के बाद शिलापट्ट से गुर्जर सम्राट मिहिर भोज नाम हटा कर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज कर दिया गया। इससे लेकर काफी बवाल हुआ था। यह बवाल अभी तक थमा नहीं है।
इतिहास के साथ छेड़छाड़
गुर्जर समाज का मानना है कि राज्य की सरकार ने गुर्जरों के मुह पर कालिख लगाई है और उनके इतिहास के साथ छेड़छाड़ की है। इस बात को लेकर जब योगी गुर्जरों के इलाके यानी कि ग्रेटर नोएडा में मौजूद हैं तो उन्हें वापस जाने के लिए कहा जा रहा है।
सोशल मीडिया पर #GoBackYogi अभियान चलाया जा रहा है। इसे लेकर 20 हजार से अधिक लोगों ने ट्वीट किया है। अभी भी यह ट्रेंड चल रहा है। गुर्जर समाज का कहना है कि सभी जाति के लोगों ने योगी सरकार के लिए वोट किया था लेकिन योगी सरकार ठाकुरों को अहमियत देती है।
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