Maharashtra Political Crisis: सब्‍जियां बेचने से लेकर महाराष्ट्र की सियासत में अहम जिम्‍मेदारी निभा चुके हैं Chhagan Bhujbal, जानिए इनके राजनीतिक जीवन से जुड़ी खास बातें

Chhagan Bhujbal: ओबीसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले छगन भुजबल का जन्‍म 15 अक्टूबर 1947 को हुआ था। महाराष्ट्र की येवला विधानसभा सीट से विधायक हैं। उनके पास महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के तौर पर काम करने का भी अनुभव है।

0
59
Maharashtra Political Crisis: Chhagan Bhujbal top news
Maharashtra Political Crisis: Chhagan Bhujbal

Chhagan Bhujbal: महाराष्ट्र की सियासत में रविवार को आए भूकंप के बाद यहां बड़ा उलटफेर देखने को मिला।एनसीपी नेता अजित पवार राज्य के उपमुख्यमंत्री बने। दूसरी तरफ उनके साथ ही एनसीपी नेता छगन भुजबल ने भी मंत्री पद की शपथ ली।महाराष्ट्र की राजनीति में काफी समय से उथल-पुथल भरा माहौल बना हुआ है।

यहां की सियासत कई ऐसे नेताओं के लिए भी बड़ा मायने रखती है, जो यहां की सबसे बड़ी पार्टी एनसीपी के जरिये नई पहचान बना रहे हैं। इन्‍हीं में एक नाम है छगन भुजबल। छगन भुजबल ने आज ही महाराष्ट्र में मंत्री पद की शपथ ली। कभी सब्‍जियां बेचकर जीवनयापन करने वाले छगन भुजबल का राजनीतिक सफर बेहद अहम रहा है। आइए जानते हैं छगन भुजबलके बारे में यहां।

Chhagan Bhujbal ki news
Chhagan Bhujbal.

Chhagan Bhujbal: ओबीसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले छगन भुजबल का जन्‍म 15 अक्टूबर 1947 को हुआ था। महाराष्ट्र की येवला विधानसभा सीट से विधायक हैं। उनके पास महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के तौर पर काम करने का भी अनुभव है। उन्होंने 18 अक्टूबर 1999 से 23 दिसंबर 2003 तक डिप्टी सीएम के रूप में काम किया था। महाराष्ट्र में वह लोक निर्माण विभाग मंत्री और गृह मामलों के मंत्री के रूप में भी दायित्‍व निभा चुके हैं। छगन भुजबल ओबीसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं।उन्हें एनसीपी प्रमुख शरद पवार का करीबी माना जाता रहा है।

Chhagan Bhujbal:कभी सब्जियां बेचकर गुजारा करते थे भुजबल

Chhagan Bhujbal: छगन भुजबल ने 1960 में शिव सेना से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की।अपने शुरुआती दौर में वह सब्जियां बेचकर जीवन-यापन करते थे।उन्होंने एक बार सब्जियां बेचने के लिए पैसे उधार लिए थे।

Chhagan Bhujbal: घोटाले में भी आ चुका है नाम

Chhagan bhujbal 3 min

Chhagan Bhujbal: महाराष्ट्र सदन घोटाले में भी छगन भुजबल का नाम आया था।. मुंबई सेशन कोर्ट ने सितंबर 2021 में महाराष्ट्र सदन घोटाले में छगन भुजबल और उनके परिवार के लोगों को बरी किया था। जिस वक्त उन्हें बरी किया गया था, वह महाराष्ट्र के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले के मंत्री थे।
उन पर आरोप लगा था कि उन्होंने 2005-06 के दौरान बगैर टेंडर जारी किए केएस चमनकर इंटरप्राइजेज को ठेका दे दिया था। ईडी ने भी एसीबी की रिपोर्ट के आधार पर भुजबल के खिलाफ मामला दर्ज किया था।साल 2016 में ईडी ने भुजबल को गिरफ्तार भी किया था लेकिन बॉम्बे हाई कोर्ट ने 2018 में उन्हें जमानत दे दी थी।

संबंधित खबरें

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here