Bhagwant Mann: पंजाब में ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत तूफान को अमृतसर की पुलिस ने रिहा कर दिया है। लवप्रीत की रिहाई के लिए अमृतसर में खालिस्तान की आवाज उठाने वाले हजारों समर्थकों ने तलवार और बंदूकें लेकर पुलिस थाने का बीते दिनों घेराव किया था। इस दौरान कई पुलिसकर्मी की जख्मी होने की भी बात सामने आई थी। ये लोग अपने साथ गुरु ग्रंथ साहिब को लेकर थाने का घेराव करने पहुंचे थे, जिसके बाद पुलिस ने आश्वसन दिया कि वे लवप्रीत को रिहा कर देंगे। वहीं, इस मुद्दे पर और खासकर गुरु ग्रंथ साहिब को लेकर पंजाब के सीएम भगवंत मान ने एक प्रेस वार्ता कर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
Bhagwant Mann:गुरु ग्रंथ साहिब को प्रदर्शन के लिए ढाल बनाना गलत- सीएम मान
रविवार को पंजाब के सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा “श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का आशीर्वाद ले उनकी शिक्षा पर चले लेकिन अगर आप सोचेंगे कि आप गुरु ग्रंथ साहिब को किसी हड़ताल या प्रदर्शन में ढाल बनाकर आगे बढ़ेंगे तो यह गलत है।” सीएम मान ने आगे कहा “मैं पंजाब पुलिस को बधाई दूंगा कि उन्हें भले ही चोट लगी है लेकिन उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब जी का अपमान होने से बचा लिया।”
सरकार पंजाब के लोगों का कर रही है सुरक्षा सुनिश्चित- सीएम
सीएम भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के लोगों की सुरक्षा और शांति सुनिश्चित कर रही है। प्रेस वार्ता में सीएम मान ने कहा “सरकार पंजाब के 3 करोड़ लोगों के लिए शांति और सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। पंजाब के विकास का गौरव आने वाले 6-7 महीनों में भारत में दिखने लगेगा।”
सीएम ने आगे कहा ” 75 साल में पहली बार किसी पार्टी ने अपने ही 2 मंत्रियों और 1 विधायक पर भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की है। भ्रष्टाचार मुक्त पंजाब के तहत विभिन्न पार्टियों के नेताओं के भ्रष्टाचार के पुराने मामलों की भी जांच की जा रही है और उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।”
अमृतसर में अजनाला पुलिस स्टेशन पर हुआ था बवाल
खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी के खिलाफ बीते गुरुवार को अमृतसर में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ। ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख के समर्थकों ने तलवारें और बंदूकें लीं और अमृतसर में अजनाला पुलिस स्टेशन के बाहर लगाए गए पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ दिया था। बवाल और विरोध के बीच छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने कहा था ” सिर्फ एक राजनीतिक मकसद से एफआईआर दर्ज की गई। अगर वे एक घंटे में मामले को रद्द नहीं करते हैं, तो आगे जो कुछ भी होगा उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। उन्हें लगता है कि हम कुछ नहीं कर सकते, इसलिए ये शक्ति प्रदर्शन जरूरी था।” इस दौरान प्रदर्शकारी अपने साथ गुरु ग्रंथ साहिब लेकर चल रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने लवप्रीत को छोड़ने के लिए कहा था और अगले ही दिन छोड़ दिया था।
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