दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली शराब घोटाले केस में जमानत मिल गई है। उनसे पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया संजय सिंह, के कविथा, विजय नायर, समीर महेंद्रू और अरुण पिल्लई को जमानत मिल चुकी है। केजरीवाल इस केस में 7वें आरोपी हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी है। आइए विस्तार से जानते हैं अब तक इस मामले में कैसे सभी आरोपी एक-एक करके जमानत पर बाहर आए हैं…
बता दें, दिल्ली शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को मार्च 2024 में ED ने गिरफ्तार कर लिया था। आप के नेताओं ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को राजनीतिक कार्रवाई बताया था। केजरीवाल की गिरफ्तारी से पहले आम आदमी पार्टी के तीन नेता पहले ही जेल में बंद थे, इनमें मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और संजय सिंह का नाम शामिल है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए कुछ दिनों के लिए दिल्ली के सीएम को अंतरिम जमानत जरूर मिली लेकिन चुनाव प्रचार खत्म होते ही उन्हें फिर से जेल जाना पड़ा।
इस मामले में जून 2024 में ईडी की गिरफ्तारी के खिलाफ केजरीवाल को दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत तो मिल गई थी लेकिन तभी केस में सीबीआई की एंट्री हो गई। सीबीआई ने फिर से केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
मनीष सिसोदिया
दिल्ली शराब घोटाले में सबसे पहली बड़ी गिरफ्तारी मनीष सिसोदिया की हुई थी। फरवरी 2023 में सीबीआई ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। सिसोदिया पर आरोप है कि आबकारी विभाग के मंत्री रहते हुए इन्होंने ऐसी नीति तैयार की, जिससे शराब माफियाओं का फायदा हुआ और इसके एवज में सिसोदिया और उनकी पार्टी को बदले में शराब कंपनियों से पैसे मिले। सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त 2024 को मनीष सिसोदिया को जमानत दे दी और कहा कि इस मामले में अभी तक ट्रायल शुरू नहीं हुआ है, इसलिए सिसोदिया जमानत के हकदार हैं।
संजय सिंह
आप के राज्यसभा के सांसद संजय सिंह भी दिल्ली शराब घोटाले के मामले में मनीष सिसोदिया से पहले ही बेल पर रिहा हो चुके हैं। अक्टूबर 2023 में ED ने उनको गिरफ्तार किया था। शराब नीति मामले में साउथ ग्रुप की कंपनी से उन पर 2 करोड़ रुपए लेने का आरोप है और इसी साल अप्रैल में संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट से 6 महीने बाद जमानत मिली।
के कविता
तेलंगाना की भारतीय राष्ट्र समिति के प्रमुख के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविथा भी दिल्ली शराब घोटाले मामले मार्च 2023 में ED द्वारा गिरफ्तार किया गया था। पॉलिसी बनवाने के बदले पैसे की लेनदेन में शामिल रहने के आरोप में उनको गिरफ्तार किया गया था। 27 अगस्त 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने उनको जमानत दे दी थी।
विजय नायर
विजय नायर भी दिल्ली शराब घोटाले के आरोप में जेल जा चुके हैं उनकी पहली गिरफ्तारी सीबीआई ने की थी फिर नवंबर 2023 में उन्हें ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। इसी महीने की शुरुआत में केस में ट्रायल शुरू नहीं होने की वजह से सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है। जमानत पर फैसला सुनाते हुए अदालत ने कहा था कि किसी भी आरोपी को ज्यादा समय तक के लिए जेल में नहीं रखा जा सकता है।
समीर महेंद्रू
इंडोस्प्रिट कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर समीर महेंद्रू भी दिल्ली शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार होकर जेल जा चुके हैं। सितंबर 2022 में उनको में गिरफ्तार किया था और अब वो भी जेल से बाहर आ चुके हैं। उन पर आरोप है कि इनकी कंपनी ने नीति बदलवाने की एवज में पैसे दिए हैं।
अरुण पिल्लई
दिल्ली शराब घोटाले के केस में बिजनेसमैन अरुण पिल्लई भी जेल जा चुके हैं और जमानत नहीं मिल गई है। उन पर आरोप है कि वे विजय नायर के साथ मिलकर घोटाले की पूरी साजिश रची है।