Anna Hazare Against Maharashtra New Liquor Policy: Maharashtra New Liquor Policy को लेकर विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है। बीजेपी महाराष्ट्र सरकार पर हमलावर है। वहीं समाजसेवी अन्ना हजारे उद्धव ठाकरे सरकार की आलोचना करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। अन्ना हजारे ने अब ऐलान किया है कि वे Maharashtra New Liquor Policy के खिलाफ 14 फरवरी से अनशन पर बैठ रहे हैं। उनका कहना है कि शिवसेना का यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे समाज में शराबियों की संख्या बढ़ेगी।
Anna Hazare ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी एएनआई से मिली खबर के अनुसार सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शराब को सुपरमार्केट और वॉक-इन स्टोर में बेचने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले के खिलाफ 14 फरवरी से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने जा रहे हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार (Government of Maharashtra) की नई शराब नीति के तहत अब राज्य में सुपरमार्केट और आस-पड़ोस की दुकानों में शराब बेची जा सकेगी। 27 जनवरी को महाराष्ट्र में राज्य मंत्रिमंडल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। इस नई पॉलिसी को लेकर सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि मंदिरों या फिर शैक्षिक संस्थानों के पास इसकी बिक्री की इजाजत नहीं होगी।
Maharashtra New Liquor Policy क्या है?
इसे लेकर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा था कि फल आधारित वाइनरी की बिक्री को बढ़ाने के लिए इसमें 10 साल तक के लिए जीएसटी से छूट दी गई। सरकार के इस नीति से किसानों का मुनाफा होगा और वाइनरी के ब्रांडो को भी बढ़ावा देने में मदद होगी।
इसके अलावा, जिन जिलों में शराबबंदी लागू है, वहां भी शराब की बिक्री की अनुमति नहीं होगी। शराब बेचने के लिए सुपरमार्केट को 5,000 रुपये का शुल्क देना होगा।” महाराष्ट्र की नई शराब नीति पर बीजेपी हमलवार है। बीजेपी कह रही है कि राज्य में शराब की दुकानों को बढ़ाया जा रहा है। इस पर शिव सेना नेता संजय राउत कहा कहना है कि बीजेपी वाले ही कहते है, शराब दवा है।
संबंधित खबरें: