AmritPal Singh Surrender: बीते 36 दिनों से कभी अमृतसर, कभी कुरुक्षेत्र, कभी दिल्ली तो कभी लखीमपुर खीरी। अलग जगह और अलग वेश में पुलिस को चकमा देता भगोड़ा अमृतपाल सिंह आखिर पुलिस की गिरफ्त में है।
अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस जुटी हुई थी। जानकारी के अनुसार पंजाब पुलिस 8 राज्यों में उसकी तलाश कर रही थी। कड़ी नाकाबंदी, वाहनों की तलाशी और लगातार गश्त बढ़ाने के बावजूद भी वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा था।दरअसल पुलिस से बचने में उसकी हर कदम पर उसके कई मददगार थे।आइए जानते हैं उन 9 मास्टरमाइंड के बारे में यहां जो अमृतपाल की खालिस्तानी साजिश के लिए फंडिंग से लेकर उसके बचाव में आगे खड़े थे।
AmritPal Singh Surrender: ये हैं अमृतपाल सिंह के मास्टरमाइंड

AmritPal Singh Surrender: किरणदीप कौर- सबसे पहले नाम आता है अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर का।जिसे बीते गुरुवार को ही पुलिस ने विदेश भागने से पूर्व ही एयरपोर्ट में दबोचा था। पुलिस को इस बात की आशंका है कि अमृतपाल को की जा रही विदेशी फंडिंग की पूरी जानकारी है। इसी वर्ष 10 फरवरी को दोनों की शादी भी हुई थी।शक है कि किरणदीप कौर आनंदपुर खालसा फोर्स और वारिस पंजाब दे के लिए फंड जुटाने का काम करती थी।
AmritPal Singh Surrender: पप्पलप्रीत सिंह: इसे अमृतपाल सिंह का गुरु और मेन हैंडलर कहा जा सकता है।अमृतपाल इसे अपना मेंटर कहता है। पप्पलप्रीत के कहने पर ही अमृतपाल ने कट्टरपंथी सिख उपदेशक से एक साधारण व्यक्ति का रुप लिया था।वह पंजाब में आईएसआई के सीधेतौर पर संपर्क में था।
AmritPal Singh Surrender: दलजीत सिंह कलसी: अमृतपाल का फाइनेंसर कहलाने वाला दलजीत सिंह कलसी भी आईएसआई और अमृतपाल के बीच की अहम कड़ी माना जा रहा है।. वह पाकिस्तान के कई देशों में स्थित महावाणिज्य दूतावासों में कार्यरत अफसरों के संपर्क में था।उसने स्टर्लिंग इंडिया एजेंसी नाम की एक कंपनी बनाई थी। जांच में पता चला कि विदेश से करीब 35 करोड़ रुपये उसने जुटाए थे। इस राशि का बहुत बड़ा हिस्सा उसने अमृतपाल और वारिस पंजाब दे पर खर्च किया था।
AmritPal Singh Surrender: गुरमीत सिंह: गुरमीत सिंह पर आरोप है कि उसने अमृतपाल के लिए लोकल नेटवर्क खड़ा करने में मदद की थी।18 मार्च को उसे भगाने में भी हर तरह के इंतजाम किए थे।
AmritPal Singh Surrender: भगवंत सिंह: अमृतपाल सिंह का सोशल मीडिया मैनेजर और मीडिया कॉर्डिनेटर। इसकी अजनाला पुलिस स्टेशन पर हुए हमले में बड़ी भूमिका थी। वह खुद को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंशर बताता था। उसके फेसबुक पेज पर करीब 6.11 लाख फॉलोअर हैं।पंजाब पुलिस ने उसके इंस्टाग्राम, यूट्यूब चैनल को ब्लॉक कर उसे एनएसए के तहत पकड़ा था।
हरजीत सिंह: अमृतपाल सिंह का चाचा और कट्टर खालिस्तान समर्थक नेता है। अमृतपाल सबसे पहले जिस कार से भागा था, उसे हरजीत ही चला रहा था।
तेजिंदर सिंह: पुलिस के अनुसार इसे अमृतपाल का खास गुर्गा कह सकते हैं।वह हर वक्त उसकी सुरक्षा में तैनात रहता था।अजनाला केस में भी तेजिंदर आरोपी है। इसके खिलाफ शराब तस्करी का केस भी दर्ज है। वह पहले भी जेल जा चुका है।
बलजीत कौर: अमृतपाल सिंह जब पंजाब से फरार हुआ तो वह हरियाणा के कुरुक्षेत्र में पहुंचा था।जहां वह 32 वर्षीय बलजीत कौर के घर पर रुका था। वह यहां 19 मार्च से 21 मार्च तक ठहरा था। अचानक रात को खाना खाते वक्त बलजीत कौर के भाई ने अमृतपाल को पहचान लिया था।इस दौरान सभी ने मिलकर बलजीत के भाई को शांत करवा दिया था।एमबीए डिग्री होल्डर बलजीत कौर इंस्टाग्राम के जरिये अमृतपाल के संपर्क में आई थी।
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