WFI Case: भारतीय कुश्ती संघ और पहलवानों के बीच जारी ‘दंगल’ थमने का नाम नहीं ले रहा है। खेल मंत्रालय ने मामले की जांच के लिए 5 सदस्यीय निगरानी टीम(जांच कमेटी) का गठन किया था। इन्हें एक महीने के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपनी भी है। वहीं, इस जांच कमेटी पर रेसलर्स ने विरोध जताया है। पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने जांच टीम के गठन पर नाखुशी जाहिर की है।
WFI Case: जांच टीम के लिए नहीं ली गई हमारी राय- बजरंग व विनेश
भारतीय कुश्ती संघ के कामगाज और इसके अध्यक्ष के खिलाफ पहलवानों ने गत दिनों जंतर मंतर पर धरना दिया था। उन्होंने अध्यक्ष पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। इसको लेकर खेल मंत्रालय ने एक जांच कमेटी बनाई है, जो अपनी रिपोर्ट को एक महीने में सरकार को सौंपेगी। वहीं, इस कमेटी के गठन पर पहलवान और ओलंपियन बजरंग पुनिया और कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडल विजेता विनेश फोगाट ने सवाल खड़ा किया है। उन्होंने ट्वीट कर अपनी आपत्ती जताई है।
बजरंग और विनेश ने अपने ट्वीट में कहा “हमें आश्वासन दिया गया था कि Oversight Committee के गठन से पहले हमसे परामर्श किया जाएगा। बड़े दुख की बात है कि इस कमेटी के गठन से पहले हमसे राय भी नहीं ली गई।” इन दोनों पहलवानों ने इस ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को टैग भी किया है।
पहलवानों ने दिया था जंतर मंतर पर धरना
आपको बता दें कि कुश्ती संघ के कामकाज पर सवाल उठाते हुए और संघ के अध्यक्ष बीजेपी सांसद बृज भूषण शरण सिंह पर यौनशोषण का आरोप लगाते हुए पहलवानों ने पिछले दिनों जंतर मंतर पर धरना दिया था। इसमें कॉमनवेल्थ में पदक विजेता विनेश फोगाट, ओलंपियन बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत कई पहलवान शामिल थे। इन पहलवानों के धरने के बाद सरकार ने इनसे बातचीत की, जिसकी मध्यस्थता बबीता फोगाट ने की थी। फिर सरकार ने कहा कि पहलवानों की जो भी समस्या है उसका निदान होगा।
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