Serena Williams: यूएस ओपन में अपनी आखिरी मैच के साथ ही टेनिस कोर्ट की महारानी सेरेना विलियम्स ने आखिरकार टेनिस को अलविदा कह दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लगातार 2 दशक के शानदार करियर के बाद अब वक्त आ गया है एक मां होने के दायित्व को निभाने का। ऑस्ट्रलिया की अजला टॉमलजानोविज से 7-5, 6-7 और 6-1 से हारने के बाद उनकी आंखें भर आईं। रूंधे गले से उन्होंने कहा- इतना प्यार देने के लिए शुक्रिया!
मूल रूप से अमेरिका के सबसे बदनाम शहरों में से कए कॉम्पटन की सड़कों पर खेलने वाली सेरेना ने टेनिस की दुनिया में अपना परचम लहराया। उनकी शानदार पारी और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ने लोगों को उनका दीवाना बनाया। मैच की समाप्ति पर सेरेना बोलीं यह मेरे लिए अब तक का सबसे अविश्वसनीय सफर रहा है। मैं हर उस व्यक्ति की आभारी हूं, जिसने मुझे प्रोत्साहित किया।इस दौरान उन्होंने अपनी बहन वीनस को याद करते हुए कहा कि अगर वीनस नहीं होती, तो मैं आज यहां पर नहीं होती।

Serena Williams: मैं अब अपनी जिंदगी जीना चाहती हूं…….
हालांकि सेरेना ने अपने सन्यास की स्पष्ट तौर पर घोषणा नहीं कि, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या वे सन्यास के फैसले पर पुनर्विचार करेंगी, तो बोलीं मुझे नहीं लगता, लेकिन आप आगे का जान नहीं सकते।बेटी ओलंपिया और परिवार को लेकर उन्होंने कहा कि मैं एक मां भी हूं और अब मैं इन दायित्वों को पूरा करने पर ध्यानद दूंगी। मैं अब अपनी जिंदगी जीना चाहती हूं।
Serena Williams: 4 साल की उम्र में थामा था रैकेट

सेरेना ने महज 4 साल की उम्र में हाथों में रैकेट थाम लिया था। उनके पिता रिचर्ड विलियम्स और मां ओरेसीन प्राइस ने उन्हें शुरुआती प्रशिक्षण दिया। 09 वर्ष की आयु में सेरेना को कोच रिक मैकी का साथ मिला।बतौर रिक जब उनके पिता रिचर्ड ने उन्हें काम्पटन बुलाने का आग्रह किया तो वे थोड़ा झिझके थे।
हालांकि रिचर्ड ने उन्हें कहा रिक चिंता मत करो, तुम्हें वहां कोई गोली नहीं मारेगा।ये बात उन्होंने मजाक में कही थी।सेरेना ने पहला ग्रैंड स्लेम 1999 में मात्र 17 वर्ष की आयु में जीता था।जब वह गर्भवती थीं, जबकि 23वां ग्रैंड स्लेम अपने नाम पर सेरेना ओपन युग की सबसे बड़ी खिलाड़ी बनकर उभरीं।
संबंधित खबरें
- चोटिल होने के बावजूद नडाल का कमाल, US Open 2022 के तीसरे दौर में दिखाएंगे जलवा
- US Open में मुकाबला होगा रोमांचक, अनुभवी खिलाड़ियों को चुनौती देंगे, उभरते किशोर दावेदार