लीजेंड का दर्जा प्राप्त कर चुके आशीष नेहरा का आखिरी टी-ट्वेंटी अंतरराष्ट्रीय मैच कई मायनों में यादगार रहा। मैच में कीवी टीम को 53 रन से हराकर भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड पर पहली टी-ट्वेंटी जीत दर्ज की। इस मैच के हीरो रहे भारत के ओपनिंग बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन जिन्होंने पहले विकेट के लिए 16.2 ओवरों में 158 रन जोड़े। बाकी की कसर कप्तान कोहली और पूर्व कप्तान धोनी ने पूरी कर दी। इन दोनों ने जल्दी-जल्दी तीन विकेट गिरने के बाद भी रन गति को बनाए रखा और टीम के स्कोर को 200 के पार पहुंचाया। कोहली ने 11 गेंदों की 26 रनों की पारी में तीन छक्के लगाए, वहीं धोनी ने 2 गेंद पर एक गगनचुंबी छक्के की मदद से 7 रन बनाए।

इसके बाद बाकी का बचा काम गेंदबाजों ने पूरा कर दिया। दौरे पर लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे मार्टिन गुप्टिल एक बार फिर फेल रहे और दूसरे ही ओवर में चहल का शिकार हो गए। हार्दिक पांड्या ने लांग ऑफ से लंबी दौड़ लगाते हुए लांग ऑन पर गुप्टिल का शानदार कैच लपका। हालांकि अगले ही ओवर में पांड्या ने नेहरा के गेंद पर उससे कम मुश्किल कैच को टपका दिया। इसके बाद नेहरा के तीसरे ओवर में कप्तान कोहली ने भी मिड ऑफ पर एक कैच टपकाया। इस तरह अपने अंतिम मैच में नेहरा खाली हाथ लौटे। हालांकि उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की और 4 ओवर में सिर्फ 29 रन दिए। उन्होंने कई बार बल्लेबाजों को चकमा दिया और अंतिम ओवर में इश सोढी को बाउंसर भी डाला। अपने कैरियर में लगातार चोटों से जूझने वाले नेहरा ने खेल के 16वें ओवर में बेहतरीन फिल्डिंग और स्किल का नमूना पेश करते हुए एक निश्चित बाउंड्री को बचाया।

बहरहाल नेहरा के अलावा अन्य गेंदबाजों ने भी अच्छी गेंदबाजी करते हुए न्यूजीलैंड को सिर्फ 149 रन पर ही सीमित कर दिया। अक्षर पटेल और यजुवेंद्र चहल ने 2-2 और बुमराह, भुवी और पांड्या ने 1-1 विकेट लिया। मैच के बाद दर्शकों और टीम इंडिया ने ‘नेहरा जी’ को बेहतरीन विदाई दी।