Chess Olympiad: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चेन्नई में 44वें अंतरराष्ट्रीय शतरंज ओलंपियाड का उद्घाटन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की मौजूदगी में किया। पांच बार के विश्व शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने गुरुवार को उद्घाटन समारोह के दौरान पीएम मोदी और सीएम स्टालिन को ओलंपियाड मशाल सौंपी। इसके बाद मशाल को भारतीय शतरंज खिलाड़ियों को सौंप दिया गया। ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त तक मामल्लापुरम के पुंजेरी गांव में होने वाला है।

PM Modi बोले- तमिलनाडु ने कई शतरंज के ग्रैंडमास्टर तैयार किए हैं
पीएम मोदी ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि 44वां शतरंज ओलंपियाड कई प्रथम और रिकॉर्ड का टूर्नामेंट रहा है। यह पहली बार है जब शतरंज ओलंपियाड भारत में शतरंज की उत्पत्ति के स्थान पर आयोजित किया जा रहा है।
यह 3 दशकों में पहली बार एशिया में आ रहा है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु का शतरंज से गहरा ऐतिहासिक संबंध है।
यही कारण है कि यह भारत के लिए शतरंज का पावरहाउस है। इसने भारत के कई शतरंज ग्रैंडमास्टर तैयार किए हैं।
यह बेहतरीन दिमाग, जीवंत संस्कृति और दुनिया की सबसे पुरानी भाषा तमिल का घर है।
पीएम मोदी ने कहा कि कोविड के बाद की अवधि ने हमें मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से स्वास्थ्य और फिटनेस के महत्व का एहसास कराया है। खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना और निवेश और खेल के बुनियादी ढांचे को प्रोत्साहित करना महत्वपूर्ण है।

पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
बता दें कि इस कार्यक्रम में दो एंथम बजाए गए थे। सबसे पहले, जन गण मन बजाया गया। पहले गणमान्य व्यक्तियों ने राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान किया और उसके तुरंत बाद, तमिल थाई वल्थु-तमिलनाडु के राज्य गान- को गुनगुनाया गया। पीएम मोदी के दौरे को देखते हुए, ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है और 22,000 कर्मियों को तैनात किया है। 28 और 29 जुलाई को शहर की सीमा में ड्रोन और अन्य मानव रहित हवाई वाहनों के उड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही, तमिलनाडु सरकार ने ओलंपियाड के उद्घाटन के दिन गुरुवार, 28 जुलाई को चार जिलों में स्कूलों, कॉलेजों और अन्य गैर-जरूरी सरकारी कार्यालयों के लिए छुट्टी की घोषणा की थी।
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