आईसीसी ने क्रिकेट के नियमों में कुछ बदलाव किए है। इन नियमों में खिलाड़ियों का व्यवहार, क्रिकेट बैट की लंबाई और रन आउट होने के संबंध में कुछ नए नियम लाए गए। क्रिकेट के मैदान पर मैच खेलते-खेलते अक्सर खिलाड़ी आक्रोशित हो जाते है और कई बाद उनका व्यवहार भी काफी बिगड़ जाता है। मैदान में खिलाड़ियों के ऐसे ख़राब व्यवहार को देखते हुए एमसीसी ने कुछ कड़े नियम बनाए है। एमसीसी ने इसके लिए चार लेवल बनाए है।
लेवल-1 के तहत अगर कोई भी खिलाड़ी ज्यादा अपील करता है और अंपायर के निर्णय पर ऐतराज़ जताता है तो सबसे पहले उसे चेतावनी दी जाएगी। इसके बावजूद अगर वह फिर ऐसा करता है तो पेनल्टी के रूप में विपक्षी टीम को पांच रन मिलेंगे।
लेवल-2 के तहत बताया गया है कि कोई भी खिलाड़ी जानबूझकर दूसरे खिलाड़ी की तरफ गेंद फेंकता है और जानबूझकर विपक्षी टीम के खिलाड़ी से भिड़ जाता है तो विपक्षी टीम को तुरंत पांच रन पेनल्टी रन के रूप में मिलेंगे।
लेवल-3 के अनुसार अगर कोई खिलाड़ी अंपायर को डराने की कोशिश करता है या दूसरे खिलाड़ी, टीम ऑफिशियल या दर्शकों को धमकी देता है तो विपक्षी टीम को पेनल्टी के रूप में पांच रन मिलेंगे और मैच के फॉर्मेट को देखते हुए इस खिलाड़ी को कुछ ओवरों के लिए मैदान से बाहर भेजा दिया जाएगा।
लेवल-4 के तहत अगर कोई खिलाड़ी, अंपायर को धमकी देता है या मैच के दौरान किसी भी तरह की हिंसा में शामिल होता है तो पेनल्टी के रूप में विपक्षी टीम को 5 रन मिलेंगे और उस खिलाड़ी को पूरे मैच के लिए बाहर बैठना पड़ेगा। अगर ऐसा कोई बल्लेबाज करता है तो उसे रिटायर हर्ट के रूप में मैदान छोड़ना पड़ेगा।
इसके अलावा क्रिकेट के बैट को लेकर भी कई बार सवाल उठाए गए है जिसको देखते हुए बैट के साइज के लिए अब एमसीसी ने अब बैट की चौड़ाई 108mm, गहराई 67mm और एजेस 40mm तय की है। इसके अलावा रन आउट के लिए भी कुछ नियमों में बदलाव किया गया है जिसमें अगर बल्ला और बॉडी एक बार पॉपिंग क्रीज क्रॉस कर लेता है तो बल्लेबाज को आउट नहीं दिया जायेगा चाहे गेंद स्टंप में लगते वक्त उसका बल्लां हवा में ही क्यों न हो। जबकि पहले के नियमों के अनुसार जब गेंद स्टंप पर लगी तब उसका बल्ला या बॉडी हवा में है तो उसे आउट दिया जाता था। बदलें हुए सभी नियम 1 अक्टूबर से सभी अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए लागू होंगे।