Week Days: अक्सर हमें बताया जाता है कि सप्ताह के दिनों का नाम सूर्य, चंद्रमा, नॉर्स और रोमन देवताओं के नाम पर रखा गया है। प्रत्येक सप्ताह में सात दिन होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सप्ताह में सात दिन ही क्यों होता है? प्रत्येक सप्ताह के दिन के नाम किसने तय किए हैं? अगर नहीं तो घबराने की बात नहीं है। आइए यहां हम सप्ताह और उसके दिनों के बारे में विस्तार से बताते हैं। दरअसल, आज से कई हजार वर्ष पहले लोगों को सप्ताह का ज्ञान नहीं था। उस समय मनुष्य केवल महीने के विषय में जानते थे और महीने के अलग-अलग दिनों के नाम अलग-अलग हुआ करते थे।
Week Days: बेबीलोनियों ने हर 7वें दिन को एक विशेष दिन माना
जैसे-जैसे समय बीतता गया और मनुष्य ने शहरों का निर्माण करना शुरू किया, तो उसे इस बात की आवश्यकता हुई कि बाजार, व्यापार और धार्मिक कामों के लिए दिन निश्चित किए जाएं। शुरू-शुरू में कुछ स्थानों पर हर दस दिन को इस तरह के कामों के लिए तय किया गया। कुछ दूसरे स्थानों पर सात दिन बाद या पांच दिन बाद, इन कामों के लिए विशेष दिन तय किए गए। बेबीलोनिया में हर सातवें दिन को एक विशेष दिन माना जाता था। यहूदी भी हर सातवें दिन केवल धार्मिक पूजा पाठ किया करते थे। मिस्र के लोगों ने भी सात दिनों की पद्धति ही अपनाई।
मिस्र के लोगों ने 7 दिनों के नाम पांच ग्रहों, सूर्य और चंद्रमा के नाम पर रखे। ये इस प्रकार थे। रविवार – Sunday, चंद्रवार – Monday, मंगलवार – Tuesday, बुधवार – Wednesday, बृहस्पतिवार – Thursday, शुक्रवार – Friday शनिवार – Saturday। इसे रोम के लोगों ने भी अपनाया। ऐसा बताया जाता है कि सप्ताह के दिनों का नाम जो इस्तेमाल किया जाता है, उसे एंग्लो सैक्सन (Anglo saxon) पद्धति से लिया गया है। सूर्य वाले दिन को सुनानदेग Sunandaeg या सनडे (रविवार) कहते हैं। चंद्रमा के दिन को मोननदेग Monandage या मंडे (सोमवार) कहते हैं।
इसी प्रकार मंगल ग्रह के दिन को टिवैसदेग Twisted या ट्यूजडे (मंगलवार), बुध के दिन को वौडेन Woden या वैन्सडे (बुधवार), बृहस्पति के दिन को थौर Thor या थर्सडे (बृहस्पतिवार), शुक्र के दिन को फ्रिग Frigg या फ्राइडे (शुक्रवार) और शनि के दिन को सैटर्डग देगा Saterdag या सैटरडे (शनिवार) कहते हैं। बताया जाता है कि इस तरह सप्ताह के 7 दिनों के नाम पड़े जो सारे संसार में आज प्रचलित हैं, लेकिन इन बातों का कोई वैधानिक आधार नहीं है, जिसपर भरोसा किया जा सके।
Week Days: प्राचीन बेबीलोनियों की पद्धति
जब भी सप्ताह और उसके दिनों की बात आती है तो सबसे पहले इतिहासकारों का ध्यान प्राचीन बेबीलोनियों की ओर जाता है। कई इतिहासकारों का मानना है कि बेबीलोनियों ने ही सबसे पहले वर्ष को 7 दिनों के सप्ताहों में विभाजित किया। बेबीलोनियों ने सोचा था कि पृथ्वी ब्रह्मांड के केंद्र में है, बाकी सब कुछ इसके चारों ओर घूमता है। लेकिन बेबीलोन के लोग यह भी मानते थे कि हम ग्रहों से घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं, कि प्रत्येक ग्रह दिन के एक अलग घंटे और सप्ताह के एक अलग दिन पर शासन करता है।
एक बात जो दिलचस्प है, वह यह है कि जिस ऐतिहासिक विकास का हमने अभी वर्णन किया है वह स्पष्ट है। जब आप सप्ताह के दिनों को अन्य भाषाओं में भी देखते हैं, उदाहरण के लिए, रोमन काल में, मंगल के देवता के लिए मंगलवार को मर्टिस कहा जाता था।
Week Days: भारतीय ज्योतिष और वैदिक दावा
बता दें कि भारतीय ज्योतिष और वैदिक ज्ञान के आधार पर यह दावे से कहा जा सकता है कि सप्ताह के दिनों के नाम ग्रहों पर आधारित होने के पीछे भारतीय सनातन वैदिक परंपरा का ही हाथ है। हम सब हर दिन को एक ग्रह से जोड़कर देखते हैं, जैसे रविवार को सूर्य का दिन माना जाता है, सोमवार को चंद्रमा का दिन माना जाता है, मंगलवार को मंगल का दिन माना जाता है, बुधवार को बुध का दिन माना जाता है, शुक्रवार को शुक्र का, शनिवार को शनि का।
सूर्य हमारे लिए सौर्यमंडल का सबसे प्रमुख ग्रह है, बाकी ग्रह उसके चक्कर लगाते हैं, इसी तरह बाकी दिन रविवार के चक्कर लगाते हैं, इसलिए सप्ताह के मध्य दिन का नाम सूर्य के नाम पर रखा गया, सप्ताह को सोमवार से शुरू माना गया है।
वैसे तो 7 दिनों के सप्ताह की हिंदू अवधारणा बहुत पुरानी है और इससे जुड़े अन्य खगोलीय मुद्दे हैं। यहूदी धर्म में, बिना किसी आत्मनिरीक्षण के सात दिन का सप्ताह माना जाता है। इस मुद्दे पर विचारों या पृष्ठभूमि का कोई विकास नहीं हुआ है, जो बताता हो कि यह अवधारणा किसी अन्य संस्कृति से उधार ली गई थी।
Week Days: सोमवार को पहला और शनिवार को आखिरी दिन मानने का इतिहास
ज्योतिष शास्त्र में पृथ्वी की अपेक्षा शनि सबसे ऊपर या दूर माना जाता था और चन्द्रमा सबसे नीचे अर्थात नजदीक, इसलिए शनिवार सबसे आखिरी और सोमवार पहला दिन, रविवार को दिनों का मध्य दिवस माना गया। सूर्य सिद्धान्त आदि ग्रन्थों के आधार पर यह सिद्ध है। सूर्यदेव को पूरे विश्व में सभी जगह (इस्लाम को छोडकर) ग्रहों का राजा ही माना गया है।
पृथ्वी ठीक 24 घंटे में अपनी धुरी पर एक चक्कर लगा लेती है, इसलिए हमारा एक दिन जो 24 घंटे का होता है, वह पृथ्वी के एक चक्कर पर आधारित है। दिन के नाम ग्रह के नाम पर रखने का तात्पर्य यह भी था कि दिन भी ग्रह नक्षत्रों की तरह गतिशील है।
क्या दिनों के नाम पूर्णतया भारतीय हैं?
पुराणों में सप्ताह-दिनों के विषय में बहुत-से वर्जित एवं मान्य कर्मों के उल्लेख हैं। बहुत-से पुराणों की तिथियों के विषय में मतभेद हैं, लेकिन इतना तो प्रमाणों से सिद्ध है कि ईसा की प्रथम दो शतियों में ग्रहों की पूजा एवं सप्ताह के दिनों के विषय में भारतीयों को पूर्ण ज्ञान था। दिनों के नाम पूर्णतया भारतीय हैं, उन पर यूनानी या अभारतीय प्रभाव नहीं है। अल्बरूनी ने लिखा है कि भारतीय लोग ग्रहों एवं सप्ताह-दिनों के विषय में अपनी परिपाटी रखते हैं।
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