Elephants: पिछले कई दिनों से विदर्भ में हाथियों (Elephants) के आतंक के चलते Vidarbha के ग्रामीण बहुत परेशान हैं। हमने इन हाथियों के बारे में जानकार लोगों से बात की और उनसे पूछा कि ये गजराज हजारों किलोमीटर का सफर तय कर चंद्रपुर जिले में दाखिल कैसे हुए? जानकारों से चर्चा करने पर पता चला है कि हाथियों का समूह अपने पूर्वजों की तलाश में निकले हैं।
हाथी दुनिया की सबसे बुद्धिमान प्रजातियों में से एक हैं। हाथी के मस्तिष्क का वजन 5 किलोग्राम से अधिक का होता है और ये किसी भी स्थलीय जानवर की तुलना में बड़ा होता है। हालांकि सबसे बड़े आकार की Whale मछली के शरीर का वज़न एक प्रारूपिक हाथी की तुलना में 20 गुना अधिक होता है। व्हेल के मस्तिष्क का वज़न एक हाथी के मस्तिष्क की तुलना में दोगुना होता है।
हाथियों (Elephants) और मनुष्य का मस्तिष्क समान
संरचना और जटिलता के आधार पर हाथी का मस्तिष्क मनुष्य के मस्तिष्क के समान होता है। एक हाथी के वल्कुट (Cortex) में उतने ही Neuron तंत्रिका कोशिकाएं होती हैं, जितने की मानव मस्तिष्क में होती हैं।
हाथी कई प्रकार के व्यवहार प्रदर्शित करते हैं, जिसमें दुःख, सीखना, मातृत्व, अनुकरण (मिमिक्री या नक़ल करना), कला, खेल, हास्य, परोपकारिता, उपकरणों का उपयोग, करुणा और सहयोग इत्यादि भावनाएं शामिल हैं।
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