कैंसर एक ऐसी बीमारी जो पूरे विश्व में अब महामारी बनती जा रही है। अमेरिका हो या ऑस्ट्रेलिया, भारत हो या रूस हर जगह यह बीमारी अपना प्रकोप दिखा रही है। इस महामारी को रोकने के लिए सबसे ज्यादा जरूरत लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना है और उन्हें शिक्षित करना है। इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन,(WHO) ने प्रत्येक वर्ष 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाने की घोषणा की। इसमें UN, UICC, यानि केंद्रीय अंतराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण, NGO’s समेत कई प्रमुख स्वास्थय संगठनों का भी बड़ा योगदान रहता है।
कैंसर से जुड़े कुछ हैरान करने वाले आंकड़े:
- UN के मुताबिक पूरे विश्व में हर साल 8 मिलियन लोग कैंसर से मरते हैं।
- विकासील देशों में 57% नए कैंसर के केस पाए जाते हैं।
- विश्व भर में 4 करोड़ कैंसर के मामले सामने आते हैं, ये आंकड़े 2030 तक बढ़कर 2.17 करोड़ हो सकते हैं।
- तंबाकू, शराब, जंक फूड, शारीरिक गतिविधियों में कमी, दूषित पर्यावरण, कैंसर से जुड़े संक्रमण कैंसर होने के सबसे बड़े कारण हैं।
भारत से कैंसर के आंकड़े:
- हमारे देश में कैंसर से पीड़ित कुल 42 लाख लोग हैं।
- भारत में औसतन हर साल 7 लाख लोगों को कैंसर के कारण अपनी जान गंवानी पड़ती है।
- 2016 में 14 लाख लोग कैंसर से जूझ रहे थे।
- 40 फीसदी कैंसर सिर्फ धूम्रपान, तम्बाकू के सेवन से होता है।
- भारत में 700 प्रभावित लोगों में से सिर्फ एक ओंकोलॉजिस्ट मौजूद है।
- देश में केवल 15% प्रतिशत लोगों को ही कैंसर का उपचार मिल पाता है।
- 50 नए कैंसर रोगियों को रेडियोथैरेपी की जरूरत होती है लेकिन देश में 90% लोग आर्थिक तंगी के कारण रेडियोथैरेपी नहीं करा पाते।
- भारतीय मेडिकल काउंसिल का अनुमान है कि 2020 में कैंसर पीडितों की संख्या में 25% इज़ाफा हो जाएगा।
- 2020 में भारत में 7 करोड़ लोग कैंसर से पीड़ित होंगे और 8,80,000 कैंसर से मारे जाएंगे।
- अधिकांश पुरुषों में कैंसर फेफड़े, मुंह, गले और अमाशय में होता है और महिलाओं में स्तन, गर्भाशय।
कैंसर के लक्षण:-
- शरीर में किसी भी तरह की गांठ का अनियंत्रित बढ़ना।
- तिल का बढ़ना, और रंग बदलना।
- किसी भी घाव का लम्बे समय तक ठीक न होना।
- भूख कम लगना, वजन लगातार कम होना, थकान और आलस्य बना रहना।
कैंसर बीमारी देश के सामने एक बड़ी चुनौती के रूप में उभर रही है, ऐसा भी माना गया है कि अगर इस महामारी पर जल्दी काबू नहीं पाया गया तो इस से मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
लेकिन ये जान लेना भी जरुरी है कि कैंसर कोई लाइलाज बीमारी नहीं है, इसे खत्म या रोका भी जा सकता है, पारम्परिक चिकित्सा पद्धति में कैंसर से बचाव और इलाज मौजूद है। इस बीमारी से लड़ने के लिए धैर्य, आत्मविश्वास और संतुलन की जरूरत होती। कई ऐसे नामी चेहरे हैं जिन्होंने इस बीमारी से लड़ कर जीत हासिल की। अभिनेत्री मनीषा कोइराला,क्रिकेटर युवराज सिंह, मुमताज़, अनुराग बासु और इमरान हाश्मी के 4 साल के बेटे अयान भी कैंसर जैसी घातक बीमारी को मात दे कर ज़िंदगी में आगे बढ़े हैं।