देश में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इस चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। हर पार्टी लोगों का मन मोहने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। वोटों की सबसे ज्यादा रोमांचक जंग उत्तर प्रदेश में होने वाली है। यूपी जीतने के लिए कांग्रेस-सपा गठबंधन कोई चूक नहीं करना चाहती इसलिए सपा-कांग्रेस ने गठबंधन के बाद “यूपी को अखिलेश पसंद है” का एक नया नारा तैयार किया है। इस नए नारे को सलमान ख़ान के फेमस गाने “बेबी को बेस पसंद है” के ट्यून पर बनाया गया है।
कांग्रेस के मुख्य चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की ओर से तैयार नारे को दोनों दलों से मंजूरी मिल गई है। इससे पहले प्रशांत किशोर की टीम ने ‘अपने लड़के बनाम बाहरी’ अर्थात (अपने लड़के अखिलेश,राहुल व बाहरी मोदी) का नारा तैयार किया था, लेकिन चर्चा है कि अखिलेश को यह नारा ज्यादा पसंद नही आया। वह अपनी गंभीर युवा नेता की छवि और ‘काम बोलता है‘ प्रचार थीम को कमजोर नहीं करना चाहते इसलिए नया नारा गढ़ा गया है।
प्रशांत किशोर की टीम अखिलेश और राहुल गांधी की संयुक्त रैलियों की भी तैयारी कर रही है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि लखनऊ में रविवार को दोनों नेताओं का संयुक्त संवाददाता सम्मेलन लगभग तय है। कांग्रेस और सपा भले ही रैलियों के जरिए गठबंधन को मजबूत बनाना चाहती हैं, लेकिन दोनों पार्टियों में रायबरेली और अमेठी की सीट को लेकर अंदरूनी विवाद अभी भी बरक़रार है। दअरसल, गांधी परिवार के इन दोनों परंपरागत संसदीय क्षेत्रों की पांच-पांच सीटों पर सपा ने उम्मीदवार उतार दिए हैं। कांग्रेस इन दोनों जिलों की सभी सीटें चाहती है, जबकि सपा अपने चुने विधायकों वाली सीटों को छोड़ना नहीं चाहती। हालांकि, कपिल सिब्बल ने संकेत दिया है कि राहुल-अखिलेश के एक मंच पर आने से पहले इस समस्या का हल निकल जाएगा।