नन दुष्कर्म मामले में एक के बाद एक खुलासे होते जा रहे हैं। केरल पुलिस ने बुधवार को हाईकोर्ट में एक हलफनामा दिया। इसमें कहा गया है कि जांच में पुलिस को कुछ अहम सबूत मिले। पुलिस ने अपने हलफनामे में कहा कि अभी तक की जांच में यह साफ है कि बिशप फ्रैंको ने अप्राकृतिक अपराध किया है और उसने नन के साथ दुष्कर्म किया है। उधर नन ने भारत में वेटिकन के प्रतिनिधि जियामबटिस्टा दिक्वात्रो को एक ख़त लिखकर मामले की जांच तेजी से कराने और बिशप फ्रैंको को पद से हटाने की गुहार लगाई है। नन का आरोप है कि कोट्‌टायम जिले के एक कॉन्वेंट में बिशप ने 13 बार उसका यौन शोषण किया था। वहीं मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक भी यह बात साबित हो रही है कि बिशप ने कई बार पीड़िता नन से दुष्कर्म किया था।

नन ने बिशप पर केस दबाने का भी आरोप लगाया है। पीड़ित नन ने वेटिकन सिटी में पोप के एंबेसडर को पत्र लिखकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। इस पत्र में कहा गया है कि बिशप ने अपने पैसे और राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल किया है और अब इस केस को दबाने की कोशिश हो रही है। इसके उलट आरोपी बिशप ने मंगलवार को कहा, ”पुलिस ने करीब नौ घंटे तक मुझसे पूछताछ की। उन्होंने उसके (नन)  भी बयान दर्ज किए, जो विरोधाभाषी थे। अब पुलिस को पता लगाना है कि कौन सच बोल रहा है। मुझे लगता है कि कुछ लोग चर्च के खिलाफ हैं, जो इन सिस्टर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।’’

इस मामले में सीपीएम के पोलित ब्यूरो के सदस्य एस रामचंद्रन पिल्लाई ने कहा कि केरल सरकार या पार्टी किसी अपराधी का पक्ष नहीं लेगी। कानून और एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। ये अपने निष्कर्ष पर जब पहुंचेंगे तो सरकार अपना काम करेगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here