यूपी की योगी सरकार ने प्रदेश के विकास का खाका तैयार करने की जिम्मेदारी लखनऊ विश्वविद्यालय को सौंप दी है। यह जिम्मेदारी लखनऊ विश्वविद्यालय के इकोनॉमिक्स विभाग के कंधों पर डाली गई है। बता दें कि यह ग्रोथ रिपोर्ट 2030 तक के एजेंडे को ध्यान में रखकर तैयारी की जाएगी। इस बात की जानकारी खुद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एसपी सिंह और इकोनॉमिक्स विभाग के प्रोफेसर अरविंद मोहन ने दी।
यह भी पढ़ें: महान अकबर नहीं महाराणा प्रताप थे, क्योंकि उन्होंने स्वाभिमान से समझौता नहीं किया: योगी
इस बारे में प्रोजेक्ट के कन्वीनर प्रोफेसर अरविंद मोहन ने बताया, कि इस रिपोर्ट को 5 थीम में विभाजित करके तैयार किया जाएगा। इसके लिए 22 एक्सपर्ट्स का पैनल भी बनाया गया है, जो प्रदेश में शिक्षा, गांव, गरीबी घटाना, मानव विकास, पर्यावरण संरक्षण, इंफ्रास्ट्रक्चर, बिजली, औद्योगीकिरण, स्किल्स, रोजगार, विज्ञान, आर्थिक विकास समेत सभी क्षेत्रों पर काम करेंगे और रिपोर्ट तैयार करेंगे। बता दें कि एक्सपर्ट्स के इस पैनल में प्रो. अरविंद मोहन, यूपी के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन, नेशनल स्किल डवलपमेंट कॉर्पोरेशन के सीईओ जयंत कृष्णा, एलयू के प्रो मनोज अग्रवाल समेत तमाम दिग्गज शामिल हैं।
यह भी पढ़ें: संजय दत्त और सीएम योगी की मुलाकात, मां के गांव को ‘गोद’ लेने की हुई बात
प्रो मोहन ने बताया, कि नवंबर अंत में प्रदेश में पहला डेवलपमेंट कॉन्क्लेव आयोजित किया जाएगा, जहां यह रिपोर्ट पेश की जाएगी। उसके बाद प्रदेश सरकार के सभी विभाग उस रिपोर्ट पर चर्चा करेंगे, इसके बाद इसे अंतिम रूप देकर 15 जनवरी तक जारी कर दिया जाएगा। बता दें कि यह रिपोर्ट लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी अपलोड की जाएगी। इस रिपोर्ट में संबंधित क्षेत्र के मुद्दे, समस्याओं के साथ ही तिमाही, छमाही टार्गेट, उनके लिए बजट की आवश्यकता समेत सभी चीजों को लिखा जाएगा।