तिरंगा (Tiranga) देश की आन, बान और शान है। इस तिरंगे का मान बढ़ाते हैं भारत के वीर जवान। भारत के वीर जवानों ने एक बार फिर इतिहास रचा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Father of Nation Mahatma Gandhi) की जयंती के अवसर पर केंद्र शासित क्षेत्र लद्दाख के लेह (Leh Ladakh) में खादी (Khadi) से निर्मित 225 फुट लंबा, 150 फुट चौड़ा और 1400 किलो भार का विश्व का सबसे बड़ा तिरंगा लहराया गया है।
Piyush Goyal का ट्वीट
विश्व का सबसे बड़ा तिरंगा लेह के सुदूर में लहराया गया है। लेह के उपराज्यपाल ने एक विशेष कार्यक्रम में इस तिरंगे का अनावरण किया उसके बाद जवानों ने 2000 फीट की ऊंचाई पर फहराया। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर बताया कि खादी से बना तिरंगा नागरिकों में स्वदेशी खादी के उपयोग को प्रोत्साहित करने के साथ ही स्वदेश प्रेम की भावना को बढ़ायेगा।
पूर्व रेल मंत्री पीयूष गोयल ने तिरंगे की तस्वीर को ट्वीट कर लिखा कि,” #GandhiJayanti के अवसर पर सुदूर लेह में खादी से निर्मित 225 फुट लंबा, व 150 फुट चौड़ा 1,000 किलो भार का विश्व का सबसे बड़ा तिरंगा लगाया गया। यह नागरिकों में स्वदेशी खादी के उपयोग को प्रोत्साहित करने के साथ ही स्वदेश प्रेम की भावना को बढ़ायेगा।”
यहां देखें वीडियो
देश की आन, बान और शान तिरंगे को ले जाते हुए बहादुर जवानों का एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में नजर आ रहा है कि कई जवान विशाल तिरंगे को कंधों पर रखकर ले जा रहे हैं और कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। साथ ही हर हर महादेव का नारा भी लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस काम में करीब 150 आर्मी के जवान लगे हुए थे। यह सभी जवान 57 इंजीनियर रेजिमेंट के थे। इन जवानों ने बेमिसाल साहस का परिचय देते हुए 2,000 फीट की ऊंचाई तक राष्ट्रीय ध्वज को पहुंचाया। इस काम में करीब 2 घंटे लगे।
लेह के सुदूर में 2000 फीट की ऊंचाई पर दिख रहा यह तिरंगा विश्व का सबसे बड़ा तिरंगा है। इसे बनाने में 50 दिन से भी अधिक समय लगा था। मुंबई में बनाया गया है। खादी से निर्मित 225 फुट लंबा, 150 फुट चौड़ा और 1400 किलो इसका भार है।
यह भी पढ़ें:
इस गांव में ट्रेन पहुंचने की खुशी में गांव वाले झूम उठे, तिरंगा फहरा कर किया स्वागत