World Day of Social Justice: पूरे विश्व में आज 20 फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया जा रहा है। इसे मनाने का कारण यह है कि सभी लोगों को समान अवसर और सुविधाएं मिलें। उन्हें समाज से वह मिल सके जिसके वह हकदार हैं। बता दें कि 2007 में संयुक्त राष्ट्र(United Nations) ने यह ऐलान किया था कि हर साल 20 फरवरी के दिन को सामाजिक न्याय के लिए विश्व दिवस के रूप में मनाया जाएगा। जिसके बाद 2009 में इस दिन को पहली बार पूरे विश्व में मनाया गया था। इसका मकसद समानता फैलाते हुए अन्याय और भेदभाव को मिटाना है। अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन(International Labour Organization) ने भी 10 जून 2008 को सामाजिक न्याय दिवस की घोषणा को स्वीकार किया था।

World Day of Social Justice क्यों मनाया जाता है?
आज के समय में दुनिया में लोगों के बीच किसी ना किसी वजह से भेदभाव देखा जाता है। यह जाति, धर्म, लिंग आदि के आधार पर देखा जा सकता है। इसी वजह से देखा जाता है कि लोग एक दूसरे से उचित दूरी भी बना रहे हैं। ऐसे में कई लोगों को भारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। इसलिए दुनिया में इस तरह की बुराइयों को खत्म करने के लिए और लोगों में एकजुटता लाने के लिए हर साल 20 फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारत सरकार भी उठा रही है प्रभावी कदम
हर साल दुनिया के कई देशों में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विश्व सामाजिक न्याय दिवस को एक अवसर के रूप में मनाया जाता है। बात अगर भारतीय संविधान की करें तो भारतीय संविधान के निर्माण के दौरान भी देश में सामाजिक समानता और न्याय का प्रमुख ध्यान रखा गया है। भारतीय संविधान में सामाजिक समानता बनाए रखने के लिए प्रावधान भी मौजूद हैं और भारत सरकार आज भी संयुक्त राष्ट्र(United Nations) के साथ मिलकर इन सामाजिक मुद्दों को खत्म करने की ओर प्रभावी कदम उठा रही है।
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