आयकर विभाग ने चीजों को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए इस महीने से Annual Information Statement की शुरुआत की है। इस स्टेटमेंट में किसी भी वित्तीय वर्ष में करदाता द्वारा किए गए सभी डिजिटल वित्तीय लेनदेन की जानकारी होगी। इसमें फॉर्म 26 AS से भी अधिक जानकारी होगी। बता दें कि फॉर्म 26 AS से Taxable Income और Tax Deduction at Source की जानकारी मिलती है।
AIS क्या है?
आम तौर पर AIS, Taxpayer की एक Financial Summary है जो आयकर विभाग के पास उपलब्ध है जिससे कि इनकम टैक्स फाइल करने में आसानी होगी। आपके द्वारा किए गए विभिन्न वित्तीय लेनदेन की जानकारी विभाग द्वारा विभिन्न वित्तीय संस्थाओं से प्राप्त की जाती है। AIS को 2 भागों में विभाजित किया गया है – भाग ए और भाग बी।
भाग ए में पैन, आधार संख्या, करदाता का नाम, जन्म तिथि आदि की जानकारी शामिल है। दूसरी ओर भाग बी में टीडीएस, टीसीएस, वित्तीय लेनदेन, करों के भुगतान, टैक्स डिमांड और रिफंड की जानकारी होगी।
नई AIS में करदाता के बैंक बचत खाते में जमा ब्याज, सभी म्यूचुअल फंड लेनदेन, डेब्ट सिक्योरिटी में लेनदेन के साथ-साथ शेयर की बिक्री और खरीद , वेतन, ब्याज, लाभांश आय की जानकारी होगी।
Annual Information Statement कैसे मिल सकती है?
करदाता नए आयकर पोर्टल incometax.gov.in पर अपने खाते में लॉग इन करने के बाद Annual Information Statement डाउनलोड कर सकते हैं। पीडीएफ आपके पैन नंबर और जन्म तिथि से बने पासवर्ड से खुलेगी।
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