ज्यादात्तर नेता अपने काम और अपनी पार्टी का बखान नहीं करते थकते। वह अपना काम करें या न करें, लेकिन उसको करने की तमाम योजना जनता के सामने गाते रहते है, लेकिन बीजेपी के एक नेता ऐसे भी है जो बड़ी खामोशी के साथ अपना काम तो करते है लेकिन उसका प्रचार नहीं करते। वह लोगों के बीच अपनी एक नई छवि बनाने की कोशिश में है।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव एवं सुल्तानपुर जिले के सांसद वरुण गांधी ने शनिवार को सुल्तानपुर में ज़िला अस्पताल के नए इमरजेंसी वार्ड का उद्घाटन किया। 24 बेड वाले इस वार्ड में सभी आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं हैं। बता दें कि वरुण गांधी ने अपने सांसद फंड से इसके लिए डेढ़ करोड़ रुपये दिए थे।
इस दौरान वरूण गांधी ने परोक्ष रुप से केन्द्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर जुबानी बाण चलाए। उन्होंने कहा कि जिस देश में स्वास्थ्य व शिक्षा पर जीडीपी का केवल दो फीसदी बजट खर्च होता है, उसका भविष्य कभी ठीक नहीं हो सकता। देश में जीडीपी का 10 फीसदी शिक्षा और 10 फीसदी स्वास्थ्य पर खर्च होना चाहिए, तभी इंसान की वेल्यू होगी।
इस दौरान उन्होंने गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत का जिक्र करते हुए भी व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। कहा कि जब गोरखपुर की घटना हुई तो मैंने सोचा कि इसका तोड़ क्या है? पूरे देश और प्रदेश की व्यवस्था को बदल तो नहीं सकता लेकिन जिन 16 लाख लोगों ने उन्हें अपना प्रतिनिधि चुना है, उनके प्रति ही अपने दायित्व का निर्वहन करूं। यहां यह भी जिक्र करना जरूरी है कि वह इमरजेंसी सेवा के साथ-साथ सांसद आधुनिकतम बाल चिकित्सालय के लिए भी दस करोड़ रुपये देने की घोषणा कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि हमें संस्थाओं को बनाना है। आज हमारे देश के कॉलेज बच्चों को सिर्फ डिग्री दे रहे हैं। हिंदुस्तान जगत गुरु रहा है। आज किसी भी देश में आप जाइए आप देखेंगे कि बेस्ट डॉक्टर, बेस्ट वकील, बेस्ट टीचर, बेस्ट प्रोफेसर वहां हिंदुस्तान के हैं। सांसद ने कहा कि ऐसा हिंदुस्तान में क्यों नहीं होता।