Lakhimpur Kheri: कांग्रेस पार्टी (Congress) और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। प्रशांत किशोर का कहना है कि जिन लोगों को लग रहा है कि लखीमपुर खीरी के बहाने कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष का उद्धार हो जाएगा उनके हाथ निराशा ही लगेगी। संगठन से जुड़ी और गहरी समस्याओं का समाधान तुरंत नहीं होता है। प्रशांत किशोर का ट्वीट ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गाँधी ने लखीमपुर में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि प्रशांत किशोर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी को कांग्रेस ने भुनाने की खूब कोशिश की
मालूम हो कि कांग्रेस पार्टी लखीमपुर मामले को लेकर केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस की यूपी प्रभारी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लखीमपुर मामले में काफी सक्रिय दिखीं। वे मामले में पीड़ितों के परिजनों से मिलने लखीमपुर जा रही थीं कि उनको बीच रास्ते में सीतापुर में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी को कांग्रेस ने भुनाने की खूब कोशिश की। इस बहाने कांग्रेस ने देशभर में अलग-अलग जगह यूपी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए।
लखीमपुर के बहाने यूपी और पंजाब चुनाव को साधना चाहती है कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी लखीमपुर के बहाने यूपी और पंजाब चुनाव को एक साथ साध लेना चाहती है। लखीमपुर खीरी को मिनी पंजाब भी कहा जाता है। लखीमपुर मामले में कांग्रेस शासित राज्यों पंजाब और छत्तीसगढ़ के सीएम ने लखीमपुर पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा भी की है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने के आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष के नेपाल फरार होने की ख़बरें हैं। वहीं पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर बढ़ते आक्रोश के बीच आज सुबह आशीष पुलिस पूछताछ में शामिल नहीं हुए। मिश्रा के घर के बाहर समन चस्पा किया गया था।
बता दें कि आशीष मिश्रा को विपक्षी नेताओं द्वारा उनकी गिरफ्तारी के लिए बनाए जा रहे दबाव के बीच पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इस बीच मंत्री अजय मिश्रा ने कहा है कि उनके बेटे स्वास्थ्य कारणों से पुलिस के आगे पेश नहीं हो सके। वे कल पुलिस के आगे पेश होंगे।
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