
Udaipur Murder Case: उदयपुर में हुई कन्हैयालाल की निर्मम हत्या के मामले में लगातार खुलासे हो रहे हैं। आपको बता दें, दोनों हत्यारे लगातार पाकिस्तानी लोगों के संपर्क में थे। बताया जा रहा है पाकिस्तान से उनको कंट्रोल करने वालों का पता लगा लिया गया है। पुलिस को इस बात की पूरी आशंका है कि इन दोनों का कनेक्शन ISIS से है। इस मामले को लेकर उदयपुर में एक महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है।

दरअसल, आरोपी गौस मोहम्मद पाकिस्तान में बैठे सलमान हैदर और अब्बू इब्राहिम के संपर्क में था। गौस ने ही रियाज का ब्रेनवॉश कर उसे अपने साथ मिलाया था। पाकिस्तानी सलमान हैदर ने गौस मोहम्मद को कट्टरपंथी बनने की ट्रेनिंग दी थी और अब्बू इब्राहिम से मिलया था।
Udaipur Murder Case: मामले की हो रही बारिकी से जांच
इस मामले में कई नए खुलासे होते नजर आ रहे हैं। वहीं, ATS के अधिकारियों के मुताबित अभी तक आरोपियों के मध्य प्रदेश के अल सूफा ग्रुप से कोई खास कनेक्शन नजर नहीं आ रहे। हालांकि, अभी इनके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त कर लिए गए हैं और इसका रिकॉर्ड आने के बाद ही बहुत सी बातें सााफ हो पाएंगी।
Udaipur Murder Case: IG और SP हटाए गए
आरोपी मोहम्मद गौस और रियाज अत्तारी को कोर्ट में पेश करने के बाद समय खुफिया एजेंसी की ओर से इस बात की चेतावनी दी गई है कि दोनों आरोपियों की जान को खतरा है जिसको संज्ञान में लेते हुए पुलिस ने इन दोनों को अजमेर के हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया है। साथ ही आपको बता दें, इस मामले के बाद राजस्थान सरकार ने उदयपुर के आईजी हिंगलाज दान और एसपी मनोज कुमार को हटा दिया है। अब उदयपुर के एसपी का पद विकास शर्मा संभाल रहे हैं।

वहीं, इस मामले में राजस्थान सरकार ने उदयपुर के ASI भंवर लाल को सस्पेंड कर दिया है, पुलिस पर लगातार लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा था। दरअसल, हत्या से पहले कन्हैयालाल ने पुलिस थाने में इस बात की शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ दिनों से कुछ लोग उसके दुकान की रेकी कर रहे हैं और उसको धमकी दे रहे हैं लेकिन पुलिस ने मामले में कन्हैयालाल को सुरक्षा देने की बजाय दोनों पक्षों में समझौता करा मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की।
Udaipur Murder Case: देश में कई जगह सिक्योरिटी बढ़ाई गई
कन्हैयालाल की हत्या के बाद आज पहली जुम्मे की नमाज है। पुरे देश में इसको लेकर सख्ती कड़ी कर दी गई है। जांच एजेंसी NIA की टीम तफ्तीश करने के लिए उत्तर प्रदेश के कानपुर पहुंच गई है। जांच एजेंसी लगातार दावत-ए-इस्लाम पर शिकंजा कस रही है।

Udaipur Murder Case: 28 जुलाई को हुई थी हत्या
दरअसल, कन्हैयालाल पेशे से दर्जी थे, जब यह अपनी दुकान पर मौजूद थे तो दोनों आरोपी कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान पर आएं और उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल किया जिसमें एक वीडिये हत्या के पहले शूट किया गया था और एक हत्या के बाद का वीडियो है। पुलिस की जांच में पता लगा है कि यह दोनों आरोपी वीडियो के जरिए देश में दहशत का माहौल बनाना चाहते थे।
संबंधित खबरें:
Udaipur Murder Case: CM गहलोत ने कन्हैयालाल के परिजनों से की मुलाकात, सौंपा 51 लाख का चेक