राष्ट्रपति पद का चुनाव हारने के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपना बोरिया बिस्तर बांधने में जुट गए हैं। चुनाव में हुई धांधली को लेकर खूब शोर मचाया, अब ट्रंप ने राष्ट्रपति पद और व्हाइट हाउस छोड़ने के संकेत दिए हैं।

सोमवार को अमेरिका के अगले राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के लिए रास्ता बनाने वाली सरकारी एजेंसी ने कहा कि वो सत्ता हस्तांतरण में लगाए गए रोक को आखिरकार हटा रही है। इसके बाद ट्रंप ने भी इशारे दिए कि अब जनरल सर्विसेज़ एडमिनिस्ट्रेशन को ‘वो करना चाहिए जो करने की जरूरत है।’ इस तरह ट्रंप, जो बाइडन से अपनी जीत स्वीकार करने के बिल्कुल करीब आ गए हैं।

जीएसए का बयान

सत्ता हस्तांतरण के लिए जिम्मेदार संघीय एजेंसी जीएसए ने खुलासा किया था कि, व्हाइट हाउस में पधारने वाले जो बाइडन को जरूरी समाना मुहैया कराया जाएगा। जीएसए के इस बयान के बाद ट्रंप ने व्हाइट हाउस छोड़ने का फैसला किया है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि वो अपनी लड़ाई को जारी रखेंगे।

नवंबर में हुआ था चुनाव

बता दें कि, अमेरिका में तीन नवंबर को हुए चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए बाइडन और उप राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस को विजेता घोषित किया गया है लेकिन ट्रंप अपनी हार स्वीकार करने को राजी नहीं हैं। ट्रंप के अभियान दल ने चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी एवं धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज कराए हैं, जिनमें से कई को अदालतें खारिज भी कर चुकी है।

रिपब्लिकन प्रशासन का GSA को आगे की कार्रवाई करने और बाइडन प्रशासन के साथ काम करने की अनुमति देने से साफ है कि ट्रंप को भी आखिर अंत करीब नजर आ गया है। हालांकि, पिछले तीन हफ्तों से वो बिना किसी सबूत के यह दावे बार-बार कर रहे हैं कि उनसे यह चुनाव ‘चुराए गए हैं।’

अनुभवी लोगों को मिलेगा पद

अब इसका मतलब है कि बाइडन की टीम को फंड, ऑफिस स्पेस और फेडरल अधिकारियों से मिलने का अधिकार मिल जाएगा। बाइडन के ऑफिस, जिसने इसके घंटों पहले घोषणा की थी कि अमेरिकी विदेश नीतियों और सुरक्षा पदों के लिए बहुत ही अनुभवी लोगों के एक समूह की नियुक्ति होगी, जो ने कहा कि ‘GSA अब सत्ता के आसान और शांतिपूर्ण हस्तांतरण में जरूरी मदद की अनुमति दे देगा।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here