Tipu Sultan Birthday: कर्नाटक (Karnataka) के मैसूर (Mysore) का शेर कहे जाने वाले 1782 के शासक टीपू सुल्तान (Tipu Sultan) का आज जन्मदिन है। टीपू सुल्तान का जन्म 20 नवंबर 1750 में कर्नाटक के देवनाहल्ली (Devanahalli) (यूसुफ़ाबाद) बंगलौर (Bengaluru) से लगभग 33 किमी (21 मील) उत्तर में हुआ था। उनका पूरा नाम सुल्तान फतेह अली खान शाहाब था। उनके पिता का नाम हैदर अली और माता का नाम फ़क़रुन्निसा था। उनके पिता हैदर अली मैसूर साम्राज्य के सेनापति थे। इतिहास के कई पन्ने कहते हैं कि टीपू सुल्तान ही वो पहले शख्स हैं जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ तलवार उठाई थी।
टीपू सुल्तान को दलितों और महिलाओं को अधिकार दिलाने वाला कहा जाता है। टीपू सुल्तान शासक के साथ विद्वान और कवि भी थे। टीपू सुल्तान ने ही दक्षिण भारत में स्तन टैक्स वाली परंपरा को बंद करवाया था।
त्रावणकोर रियासत की थी परंपरा
आज़ादी से पहले दक्षिण भारत में एक रियासत थी त्रावणकोर। 1719 से 1949 तक वजूद में रही इस रियासत का विस्तार केरल से तमिलनाडु के कई हिस्सों तक था। इस त्रावणकोर रियासत में एक रिवाज था जिसमें से अपने से कथित ऊंची जाति को सम्मान देने के लिए पुरुष और स्त्रियों को स्तन खुला रखना होता था। यह रिवाज सभी जाति पर लागू होता था लेकिन वर्ण व्यवस्था के पायदान पर सबसे नीचे होने के चलते दलित महिलाएं सबसे ज्यादा इसका शिकार होती थी।
साल 1829 में त्रावणकोर रियासत के राजा ने फरमान जारी कर कहा था कि अगर कोई भी महिला अपने स्तन को ढकती है तो उसके स्तन को काट दिया जाएगा। अगर स्तन ढकना है तो कर देना पड़ेगा। गरीब, दलितों और पिछड़ी जाति के लोगों के पास खाना के लिए पैसा नहीं होता था तो कर कहां से देंगे। राजा ने यह परंपरा जाति के बीच एक लाइन बनी रही और कपड़ों को देखकर ही अंदाजा लगा लिया जाए कि कौन निचली जाति का है, इसलिए बनाई थी।
Tipu Sultan ने स्तन कर पर लगाई रोक
औरतों को जला देना, बहु विवाह करना, बाल विवाह करना, गैर ब्राह्मण औरतों के वक्ष ढंकने पर उनके स्तन काट लेना। इन रिवाज के बारे में जब टीपू सुल्तान को पता चला थो उन्होंने कहा ऐसी प्रथाओं में आग लगा देनी चाहिए।
टीपू सुल्तान जब मैशूर के शासक बन तो उन्होंने इस तरह के रिवाज को चलाने वाले का सर कलम कर दिया और रिवाज को बंद करने का आदेश दिया। बता दें कि इस रिवाज का सबसे अधिक विरोध नादर समुदाय ने किया था। इसलिए इस परंपरा को इन्हीं से जोड़ कर देखा जाता है।
स्तन काटने वाली महिला नंगोली
स्तन ढकने वाली परंपरा की बात जब भी होती है तो नंगोली की भी चर्चा होती है। नंगोली केरल की वह महिला थी जिन्होंने स्तन कर के विरोध में अपने स्तन को काट दिया था।
यहां पर सबसे अहम बात यह है कि इस परंपरा को भारत में कम ही लोग जानते हैं। इस कड़वे भेद भाव के बारे में किसी को पता न चले इसलिए 19 मार्च 2019 में NCERT ने कोर्स में से इस कंटेंट को हटा दिया था, जिसका विरोध अभी भी होता है।
खैर टीपू सुल्तान की बात जब भी होती है तो स्तन कर के बारे में पूरा जिक्र किया जाता है, क्योंकि यह वही शख्स हैं जिन्होंने इस भद्दी कुप्रथा पर विराम लगाया था।
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