भारतीय सैन्य ठिकानों की जासूसी कर पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को सूचना देने वाले एक आईएसआई एजेंट को यूपी एटीएस ने जनपद फैज़ाबाद से गिरफ्तार किया है। एजेंट के साथ ही एक दूसरे शख्स को भी एटीएस ने अपनी गिरफ्त में लिया है। यूपी के एडीजी लॉ एंड आर्डर आदित्य मिश्रा ने बताया कि एजेंट आफताब अली फैज़ाबाद का ही रहने वाला है और यह पाकिस्तान के कराची से प्रशिक्षण प्राप्त भी है। उसके पास से संदिग्ध कागजात जब्त, कैंट एरिया का नक्शा, आतंकी लिटरेचर और कई चिट्ठियां भी बरामद हुई हैं। उन्होंने बताया एजेंट पकिस्तान जाने की फ़िराक में था। अभी तक उससे हुई पूछताछ में भारतीय सैन्य ठिकानों के साथ ही अन्य सूचनाओं को अपने आकाओं को देने की बात पता चली है। इसकी फिलहाल पड़ताल की जा रही है। आईएसआई एजेंट से देश की कई खुफिया एजेंसिया पूछताछ कर रही है। आदित्य मिश्रा ने बताया कि मामले में और भी गिरफ़्तारी सम्भव है।
मुम्बई से आज दूसरी गिरफ्तारी-
आईएसआई के एजेंट आफताब अली को जासूसी के बदले रुपए देने वाले एक अन्य एजेंट जावेद को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है। उसके पिता का नाम इक़बाल बताया जा रहा है। इसके युसूफ मंज़िल, अग्री पाडा, मुंबई का नागरिक होने की जानकारी मिली है। जावेद को ही पाकिस्तान से पैसा जमा कराने के निर्देश मिलते थे। उसके पास से पुख्ता प्रमाण मिले हैं कि उसने पाकिस्तान स्थित एजेंट के निर्देश पर आफताब (फ़ैज़ाबाद) के खाते में जासूसी के एवज़ में पैसा जमा किया था।
मुंबई से गिरफ्तार दोनों अभियुक्त अल्ताफ कुरैशी और जावेद को आज मुंबई में न्यायालय में इंस्पेक्टर अविनाश मिश्र द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा और ट्रांज़िट रिमांड का आदेश ले कर लखनऊ लाया जाएगा। आपको बता दें कि अल्ताफ और आफ़ताब को कल मुम्बई पुलिस और यूपी एटीएस ने एक संयुक्त करवाई में गिरफ्तार किया था। इसके बाद आज जावेद को गिरफ्तार किया गया है। अल्ताफ कुरैशी के पिता का नाम हनीफ और पता रूम नम्बर 201, युसूफ मंजिल, डॉ आनंद राव मेन रोड , पाईधुनि,मुंबई से बताया जा रहा है। अल्ताफ से पूछताछ की जा रही है कि उसने किसके आदेश पर पैसा जमा किया। इससे आईएसआई नेटवर्क की और परतें खुल सकती हैं।
अल्ताफ मूलतः गुजरात के राजकोट इलाके का रहने वाला है और पिछले कई सालों से मुम्बई के नागपाड़ा इलाके में रह रहा है। पुलिस ने अल्ताफ के पास से 70 लाख रुपये भी जब्त किये हैं। पुलिस अब यह जानने में जुटी है कि अल्ताफ ने क्या इससे पहले भी हवाला के ज़रिये पैसों को आईएसआई के किसी दूसरे एजेंट के पास पहुंचाया था। अल्ताफ के हवाला के नेटवर्क में कौन-कौन शामिल है। आनेवाले दिनों में इस मामले में और भी गिरफ्तारियाँ हो सकती है।