उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकवादी को कानपुर में गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी स्थानीय पुलिस और एनआईए की मदद से की गई। यूपी पुलिस के लिए इसे बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओमप्रकाश सिंह ने यहां संवाददाताओं को बताया कि एटीएस और कानपुर नगर पुलिस ने चकेरी थाना क्षेत्र में असम निवासी कमर-उज-जमां नामक हिजबुल आतंकवादी को गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया कि शुरुआती पूछताछ में पता लगा है कि वह गणेश चतुर्थी के मौके पर कानपुर में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। उसने कानपुर में एक मंदिर की रेकी भी की थी। सिंह ने बताया कि जमां अप्रैल 2017 में ओसामा नामक व्यक्ति के साथ किश्तवाड़ के एक पहाड़ के जंगलों में आतंकवाद का प्रशिक्षण लेने गया था। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि गिरफ्तार आतंकवादी से गहन पूछताछ की जा रही है और इसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों की मदद भी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि यह आतंकवादी कश्मीर से कब कानपुर आकर छिपा था। उसके और कौन-कौन से साथी हैं। इसके अलावा उसके निशाने पर और कौन-कौन स्थान अथवा लोग थे। सिंह ने बताया कि आतंकवादी के पास से अभी सिर्फ उसका मोबाइल फोन मिला है जिसकी कॉल डिटेल खंगाली जा रही है।

यूपी एटीएस ने लोकल पुलिस की मदद से आतंकी को पकड़ा है। इस काम में NIA भी मदद कर रही थी। दरअसल, आतंकी ने अपना एक फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। जिसमें वो एक हथियार के साथ दिख रहा था। तभी से एटीएस और पुलिस उसे तलाश कर रहे थे। उसकी गिरफ्तारी कानपुर के चकेरी थाना इलाके से की गई है। पकड़ा गया आतंकी आसाम के नौगांव एरिया का रहने वाला है। उसका नाम कमरुज्जमा है।