जम्मू-कश्मीर में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड के आपने कई किस्से सुने होंगे। लेकिन यह कहानी एक ऐसे जांबाज देशभक्त की है जो सेना में शामिल होने से पहले आतंकी था जिसने आत्मसमर्पण कर भारतीय सेना को जॉइन किया था।

nazir ahmad

रविवार को साउथ कश्मीर में सुरक्षाबलों ने एक एनकाउंटर में 6 आतंकियों को मार गिराया था। इस एनकाउंटर में सेना के जवान लांस नायक नजीर अहमद वानी भी शहीद हो गए।

आपको हैरानी होगी अहमद वानी वही है जो एक समय आतंकवादी थे और उन्होंने आत्मसमर्पण करके भारतीय सेना को जॉइन किया था। लांस नायक नजीर अहमद वानी के परिवार में उनकी पत्‍नी और दो बच्‍चे हैं।

लांस नायक ने साल 2004 में टेरिटोरियल आर्मी की 162 बटालियन के साथ अपने करियर की शुरुआत की जिसके बाद वर्ष 2007 में उनकी वीरता के लिए उन्‍हें सेना मेडल से नवाजा गया था।

सैनिक का पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेट कर कुलगाम में उनके पैतृक गांव अशमुजी लाया गया और उनके परिजनों को सौंपा गया। वानी को सुपुर्द ए खाक करते समय 21 तोपों की सलामी दी गई।

बता दें कि दक्षिण कश्‍मीर में स्थित कुलगाम जिला आतंकवादियों का गढ़ माना जाता है। शव को दफनाने के लिए नजदीक के एक कब्रगाह ले जाया गया जहां 500 से 600 ग्रामीण मौजूद थे।