Swadesh Tourism Conclave: बालाजी फाउंडेशन के सहयोग से एपीएन न्यूज ने 11 अक्टूबर को दिल्ली के विज्ञान भवन में Swadesh Tourism Conclave का आयोजन किया। देश के स्थापित पर्यटन स्थलों में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खुंटे भी शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गोवा में खेल पर्यटन बढ़ाने के लिए ‘बीच क्रिकेट’ पर कार्य किया जा रहा है।
गोवा आपको हर सीजन में लगेगा अच्छा – पर्यटन मंत्री
गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खुंटे ने कहा कि 1947 में जब देश आजाद हुआ, उसके 14 साल बाद 1961 में गोवा बना। गोवा भले ही एक छोटा सा स्टेट है, लेकिन यहां लाखो लोग घूमने आते हैं। 2018 में जब गोवा में खनन पर प्रतिबंध लगा, तब गोवा को काफी नुकसान हुआ था। कोविड में भी प्रतिबंध देखने को मिला। लेकिन हमने एक नया तरीका निकाला कि लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, तो हम वर्क फ्रॉम गोवा करते हैं। इससे गोवा को कोविड के समय में भी इतना खास नुकसान नहीं हुआ। मंत्री ने कहा आप किसी भी सीजन में गोवा में जायेंगे तो आपको हर सीजन में गोवा अच्छा लगेगा।
उन्होंने आगे कहा कि हर साल लाखों लोग बर्डस देखने गोवा आते हैं। हर साल हमारे पास बंजी जंपिंग, स्काई डाइविंग जैसा अवसर लोगों को मिलता है। योगा के साथ अब हम स्पिरिचुअल टूरिज्म पर भी ध्यान दे रहे हैं। इसके साथ ही हमारे पास धार्मिक कार्यों और दर्शनों के लिए मंदिर और चर्च भी हैं। मंत्री रोहन खुंटे ने कहा कि गोवा अपने बीचेस, लेट नाइट पार्टी के साथ कई चीजों के लिए फेमस है।
खेल पर्यटन बढ़ाने के लिए हो रहा कार्य- पर्यटन मंत्री
मंत्री रोहन खुंटे ने कहा कि गोवा को फुटबॉल की दीवानगी के लिए जाना जाता है। खेल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कार्य कर रही है। बीच वॉलीबॉल और बीच क्रिकेट कराने का सरकार प्लान भी बना रही है। मंत्री ने कहा कि इसे कैसे पर्यटन के अनुकूल बना सकते हैं, हम इस पर काम कर रहे हैं।
टूरिज्म की जिम्मेदारी को खुद समझें लोग- मंत्री
टूरिज्म और अपराध को लेकर भी गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खुंटे ने अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि कई ऐसे प्रदेश हैं, जहां लड़कियां रात 8 से 9 बजे के बाद घर से बाहर सेफ महसूस नहीं करतीं। लेकिन आप गोवा को देख लीजिए। यहां पर तो नाइट क्लब ही होते हैं। उन्होंने कहा कि वे ये नहीं कहते कि गोवा में मर्डर नहीं होते या रेप नहीं होते, ये तो हर स्टेट में होते हैं। अगर आप ड्रिंक एंड ड्राइव करते हैं, ज्यादा ड्रग्स लेते हैं, तो इसके लिए सरकार क्या करे? उन्होंने कहा कि लोगों को टूरिज्म की जिम्मेदारी खुद समझनी पड़ेगी।
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