Supreme Court: दिल्ली और हरिद्वार में आयोजित धर्मसंसद में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हेट स्पीच के मामले की सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता की ओर से कपिल सिब्बल ने कहा कि लगातार धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के 2018 के फैसले के पालन नहीं किया जा रहा है। जस्टिस खंडविलकर ने हिमाचल सरकार से कहा कि मामले पर प्रशासन ने अब तक की गई कार्रवाई पर अपना जवाब दाखिल करने को कहा है। इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक दिशा-निर्देशों का अनुपालन राज्य सरकार ने किया या नहीं इन सभी पर अपना जवाब दें।
वही हिमाचल सरकार ने कहा कि ऊना में धर्मसंसद खत्म हो चुकी है, लेकिन हम इस पर जवाब देंगे।जस्टिस खंडविलकर ने उत्तराखंड सरकार को भी कहा कि आप कोर्ट के फैसले में दिए गए दिशा निर्देश का पालन करें। उत्तराखंड सरकार की ओर से कहा गया कि मामले पर FIR दर्ज कर जांच और कार्रवाई की जा रही है। हमारी तरफ से नोटिस जारी किया गया था।
Supreme Court: उच्चाधिकारी होंगे जिम्मेदार
कोर्ट ने उत्तराखंड के रुड़की में होने जा रही धर्म संसद को लेकर कहा कि यदि हेट स्पीच पर लगाम नहीं लगी तो उच्चाधिकारियों को जिम्मेदार माना जाएगा। इस मामले पर राज्य के मुख्य सचिव को 7 मई तक हलफनामा देकर बताने को कहा है। कार्यक्रम में कुछ गलत होने से रोकने के लिए कदम उठाए गए हैं ?सुप्रीम कोर्ट 9 मई को हेट स्पीच के मुद्दे पर सुनवाई के साथ ही इस मामले पर भी सुनवाई करेगा।
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