राम मंदिर बीजेपी की सियासत का अभिन्न हिस्सा है। भारतीय राजनीति में बीजेपी का आना हो या इस तरह तमाम राज्यों में प्रसार, राम मंदिर और हिंदुत्व का पासा सदा उनके काम आया है। बीजेपी के वरिष्ठ और सुर्खियों में रहने वाले नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि अगली दिवाली तक राम मंदिर बन कर तैयार रहेगी।
बता दें कि बिहार में सीतामढ़ी में विराट हिन्दुस्तान संगम की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए स्वामी ने कहा कि मुसलमान राम मंदिर, काशी विश्वनाथ और कृष्ण मंदिर पर अपना दावा छोड़ें, हम 40 हजार मंदिर तोड़ने की घटना को भूल जाएंगे। उन्होंने सीतामढ़ी में जानकी मंदिर बनाने की घोषणा की। स्वामी ने कहा “मुझे तो विश्वास है कि अगली दिवाली तक राम मंदिर में आप लोग पूजा करने के लिए जा सकेंगे।”
इतना ही नहीं स्वामी ने यहां भी अपने सरकार तक की खिचाई कर डाली। केंद्र सरकार की विकास नीतियों पर सवाल उठाते हुए स्वामी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई, नरसिम्हाराव और अटल बिहारी वाजपेयी के विकास कार्यों को जनता ने खारिज कर दिया था। मोरारजी ने अपनी सरकार में दो रुपये किलो चीनी और एक रुपये किलो चावल कर दिया था। नरसिम्हाराव ने देश की विकास दर 3 से 8 फीसद पहुंचा दी। वाजपेयी ने शाइनिंग इंडिया के मुगालते में छह महीने पहले चुनाव करा लिया। परिणाम क्या हुआ? वह सरकार गंवा बैठे।
स्वामी ने कहा कि “अच्छा आर्थिक विकास करना अनिवार्य है लेकिन चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त नहीं है। पर्याप्त के लिए जो लोगों की भावना है उसको जगाना होता है और वो सिर्फ दो चीजे जगा सकती हैं। पहले यह कि हमारे देश में जो अन्याय करते हैं, जो भ्रष्टाचार करते हैं उसको सजा देना और दूसरा जो लोग मूल्यों के लिए जीते हैं, वही जिसे मैं हिंदुत्व कहता हूं, उस हिंदुत्व को आगे बढ़ाना।”
इतना ही नहीं उन्होंने यहां महिलाओं की भागेदारी पर भी बात की। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा समाज में बदलाव के लिए महिलाओं को बराबर हिस्सेदारी जरुरी है, यहां तक कि सृष्टिके शुरुआत में भी भगवान ब्रह्मा ने भी अपनी कैबिनेट में सारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी महिलाओं को दी थी।
स्वामी यहीं नहीं रुके, उन्होंने हमेशा कि तरह मुसलमानों पर विवादिया बयान दिया और कहा कि दुनिया में सभी धर्म, मजहब, संप्रदाय और जातियों के पूर्वज हिंदू थे। यह बात डीएनए टेस्ट में प्रमाणित हो चुकी है। इसी के साथ उन्होंने मुसलमानों द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सहयोग किए जाने की तारीफ की औए कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट के औपचारिक फैसले का इंतजार है।
गौरतलब है कि यूपी में योगी सरकार के आने के बाद यह मांग और बढ़ने लगी है। वहीं दिवाली के शुभ अवसर पर सरयू नदी के तट पर भी दीपोत्सव का इंतजाम किया गया है।