केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई हैं। इसका कारण है सरकारी स्कूल की जमीन पर कब्जा। मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि स्मृति ईरानी का उमरिया जिले में व्यावसायिक उपयोग के लिए जमीन खरीदने के साथ-साथ सरकारी स्कूल की जमीन पर कब्जा करना एक शर्मनाक काम है।
अजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज चौहान को निशाने पर लेते हुए बयान दिया कि शिवराज सिंह चौहान ने राज्य को दिल्ली के भाजपा नेताओं का चारागाह बना दिया है। यह सभी नेता मुख्यमंत्री की राजनीतिक मजबूरियों का फायदा उठा रहे हैं। अजय सिंह ने कहा कि व्यापम जैसे घोटालों में संलिप्त मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद को बचा रहे हैं। इतना ही नहीं वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास और करीबी नेताओं को आगे बढ़ाने पर लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने राजनीति का स्तर नीचे गिरा दिया है। यह लोग राजनीति के सारे नियम कायदों को भूल गए है और सरकारी मदद कर रहे हैं।
स्मृति ईरानी द्वारा किए गए कब्जे का जिम्मेदार भी अजय सिंह ने शिवराज सिंह चौहान को ठहराहा। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह ने अपने पद का गलत फायदा उठाया है और इसी के चलते स्मृति ईरानी को स्कूल की जमीन पर कब्जा करने की छूट दी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ऐसा काम करके शिवराज सिंह चौहान कभी भी कोई सही काम नहीं कर पाएंगे। एक तरफ वह ‘स्वर्णिम मध्यप्रदेश विकसित मध्यप्रदेश’ बनाने की बातें करते हैं तो दूसरी तरफ अपने साथ जुडे लोदों को प्रदेश में खुली लूट करने की पूरा अवसर दे रहें हैं।
अजय सिंह का यह बयान तब आया जब स्मृति ईरानी के पति जुबिन फरदून ईरानी की कंपनी ने उमरिया जिले में एक जमीन खरीदी। आरोप है कि जमीन खरीदने के साथ-साथ जुबिन ने जमीन से लगती सरकारी स्कूल की जमीन पर जबरन लोहे की फेंसिंग लगा कर कब्जा कर लिया।